नई दिल्ली: बांग्लादेश के पशु तस्करों ने भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों पर हमला कर दिया. इस हमले में एक जवान बुरी तरह घायल हो गया है. सूत्रों के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि भारत यह सीमा रक्षक एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी अपने समकक्ष, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के साथ इस मुद्दे को बांग्लादेश में उठाएंगे.
नाम न बताने की शर्त पर अधिकरी ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है. हम तस्करों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे है. जिसका फायदा उठाकर वो लोग हम पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें बुधवार रात बांग्लादेश के 15 मवेशी तस्करों के एक समूह ने धारदार हथियार और देसी बम से बीएसएफ जवान अनीसुर रहमान पर बीपी नंबर 17/125 की सीमा के पास उत्तर 24 परगना में हमला कर दिया था. हमले के जवाब में रहमान ने तस्करों पर जवाबी हमला किया.
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इस हमले में रहमान को अपना हाथ खोना पड़ा. वैसे यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की घटना हुई है. इससे पहले भी कई बार सेना के अफसरों पर हमला हो चुका है. अधिकारी ने कहा, इस सीमा से मवेशियों की बेधड़क तस्करी होती है.
साल 2016 में लगाए गए एक अनुमान के अनुसार हर दिन कम से कम 3000 गायों की तस्करी पूरे भारत बांग्लादेश सीमा पर की जाती है. अनुमानित रूप से ये व्यापार 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर का है.
अधिकारियों का कहना है कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, अवैध व्यापार रोकने के लिए अहम उपाय किए गए हैं. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने मवेशियों की अवैध तस्करी रोकने में बड़ी कामयाबी पाई है.
साल 2014 में 1,01,751 मवेशी जब्त किए गए थे.
2015 में 1,53,602 मवेशियों को जब्त किया गया था.
2016 में 1,68,801 मवेशी जब्त किए थे.
2017 में लगभग 5.98 लाख मवेशियों को जब्त किया गया.