नई दिल्ली : केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने शनिवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक में बंगाल की खाड़ी के ऊपर आसन्न चक्रवात की तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सशस्त्र बल और भारतीय तटरक्षक बल को अलर्ट पर रखा गया है.
गौबा ने मौजूदा स्थिति के लिए बचाव और राहत कार्यों के तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर सहायता प्रदान करने के लिए प्राधिकारियों को निर्देशित किया. अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न किसी भी उभरती स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारी सुनिश्चित कर ली है. बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जानें के लिए पर्याप्त चेतावनी जारी की है. अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात के लिए आश्रय की पहचान संबंधित राज्य सरकार द्वारा की गई है.
'राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के साथ भी गृह मंत्रालय लगातार संपर्क में है.'
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आपको बता दें कि शनिवार को मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव की ओर संकेत दिया था.
रविवार को भीषण चक्रवाती तूफान शुरू में तेज हवा से आने की संभावना है. इस तूफान की 17 मई से तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है और बाद में बंगाल की खाड़ी के पार पश्चिम बंगाल के तटीय भाग में 18 से 20 के बीच में आएगा. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी.
गृह मंत्रालय, रक्षा, भारतीय मौसम विभाग, एनडीएमए के साथ-साथ एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने एनसीएमसी के बैठक में भाग लिया.