जम्मू : गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में, पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर बनाई गई 150 मीटर लंबी भूमिगत सुरंग का शनिवार को पता लगाया. एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी.
पिछले 10 दस दिनों में बीएसएफ ने हीरानगर सेक्टर में इस तरह की दूसरी भूमिगत सुरंग का पता लगाया है. जम्मू क्षेत्र में पिछले छह महीनों में इस तरह की यह चौथी सुरंग है और बीते दशक में दसवीं है.
बीएसएफ के महानिरीक्षक (जम्मू सीमांत) एनएस जामवाल ने बताया कि हीरानगर के पनसार क्षेत्र में सीमा चौकी (बीओपी) में एक अभियान के दौरान इस गुप्त सुरंग का पता चला.
मौके पर गए जामवाल ने पत्रकारों से कहा, 'पनसार क्षेत्र में एक सुरंग होने और गणतंत्र दिवस से पहले घुसपैठ के प्रयास की आशंका के बारे में खुफिया एजेंसियों से जानकारी मिली थी. इसी के आधार पर अभियान को तेज किया गया और इस सुरंग का पता चला.'
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने इस सुरंग को 'जीरो लाइन' से बनाया और यह सुरंग लगभग 150 मीटर लंबी और 25 से 30 फुट गहरी और दो से तीन फुट व्यास वाली है. सुरंग से आसानी से गुजरा जा सकता है.
उन्होंने कहा, 'यह बड़ी उपलब्धि है और इसका पूरा श्रेय सैनिकों और खुफिया एजेंसियों को जाता है जो हमें नियमित रूप से जानकारियां उपलब्ध करा रहे हैं.'
जामवाल ने कहा, 'पूरा पाकिस्तान इसमें शामिल है क्योंकि पाकिस्तानी सेना, रेंजर्स और आईएसआई की जानकारी के बिना कोई भी शून्य रेखा (जीरो लाइन) के करीब नहीं आ सकता है. सुरंग का निर्माण एक इंजीनियरिंग प्रयास से किया गया है और इसके निर्माण से पता चलता है कि इसमें गहरी सोच लगाई गई थी और इसमें विशेषज्ञों का अध्ययन शामिल था ताकि सुरंग ढहे नहीं.'
जम्मू बीएसएफ प्रमुख ने कहा कि इस तरह की सुरंग का निर्माण प्रशासन के सहयोग के बिना संभव नहीं है.
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जब उनसे पूछा गया कि इस तरह की खुफिया जानकारियां है कि पाकिस्तान में शकरगढ़ के सामने एक लॉन्चिंग पैड से तीन से चार आतंकवादी गणतंत्र दिवस पर इस ओर आने की फिराक में हैं, उन्होंने कहा, 'जिस लांच पैड की आप बात कर रहे हैं, वह बीओपी से लगभग तीन से चार किलोमीटर दूर है और हमें सूचना है और हम (खतरे) के बारे में सतर्क हैं.'