नई दिल्ली : एक तरफ पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर देशवासियों के लिए सेवा के प्रचार-प्रसार में जुटी भाजपा ने अचानक अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेज करते हुए राजनीतिक वर्चुअल रैलियों की श्रृंखला की शुरुआत कर दी है, जिन राज्यों में रैलियां हैं वहां के नेता और कार्यकर्ता भी इन रैलियों को सफल बनाने में लग गए हैं.
अनलॉक-1 होते ही मानो भाजपा को इसी का इंतजार था. इसके बाद भाजपा अपने राजनीतिक एजेंडे पर दमखम के साथ जुट गई है. अब तक जो भाजपा के कार्यकर्ता कोरोना संकट में सेवा कार्यक्रम में तेजी से लगे थे. अब वही कार्यकर्ता उन प्रदेशों में वर्चुअल रैली की ट्रेनिंग देने. जब कोरोना के लेकर नामी गिरामी डॉक्टर और एम्स के महानिदेशक यह कह रहे हैं कि कोरोना का अपने चरम स्थिति पर जून और जुलाई में पहुंचेगा. लोग इससे बचने के लिए प्रचार-प्रसार करने की बजाय भाजपा के चुनावी प्रसार में में जुटे हैं. हालांकि पार्टी यह दलील दे रही है कि ऑनलाइन और वर्चुअल कार्यक्रम की तैयारी की गई है.
जिन जगहों पर भाजपा को पंचायत और गांव के स्तर पर लोगों को इन रैलियों से जोड़ना है. वहां पर 40 से 50 लोगों को इकट्ठा कर बड़ी एलसीडी स्क्रीन लगाई जा रही है, जिसमें वह इन रैलियों को देख सकें. जो कहीं न कहीं कोरोना के संक्रमण में खतरा साबित हो सकता है. भाजपा का कहना है कि 72 हजार बूथ में से 60 हजार बूथ पर इन रैलियों के इंटरनेट के माध्यम से लाइव कनेक्टिविटी दी जाएगी. खास तौर पर बिहार और बंगाल की बात करें तो भाजपा इन तमाम चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयारी कर चुकी है.
मध्य प्रदेश विधानसभा उप चुनाव लिए नितिन गडकरी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत की भी कई वर्चुअल रैलियों की तैयारी की गई है. मध्य प्रदेश में हर एक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक रैली की जाएगी. जो वर्चुअल माध्यम के तौर पर होगी, क्योंकि मध्य प्रदेश में अब भाजपा की सरकार बन चुकी है और उपचुनाव में अगर पार्टी की ठीक सीटें नहीं मिलती हैं तो इस पर राज्य की सरकार पर असर पड़ सकता है. इसलिए भाजपा इस मौके को गंवाना नहीं चाहती है. यही नहीं भाजपा की तरफ से नुक्कड़ बैठक भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें आत्मनिर्भर भारत का संदेश दिया जाएगा. एक नुक्कड़ बैठक में अधिकतम 10 लोगों को शामिल किया जाएगा और उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन रखा जाना महत्वपूर्ण हैं.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता से बात
इस संबंध में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत को बताया कि भाजपा कोरोना समय में भी लगातार सक्रिय रही है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से लेकर ब्लाक प्रमुख तक सभी सक्रिय रहे हैं. महामारी में जिस तरह देश जूझ रहा है. इस समय भाजपा के कार्यकर्ता लोगों की सेवा में लगे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाकर कोविड 19 से जूझ रहे लोगों को मदद कर रहे परोक्ष रूप से भारी भागीदारी पार्टी की रही है. आज जब देश लॉकडाउन से बाहर निकला है तो ऐसा नहीं है कि भाजपा की गतिविधियां न पहले कभी रुकी थीं, न आगे कभी रुकेंगे. विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण और देश भाजपा होने की वजह से ज्यादा काम किया है. लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जन वितरण की बात हो चाहे प्रवासी मजदूरों को गंतव्य तक पहुंचाने की बात हो, चाहे लोगों में सेनिटाइजर और मास्क के वितरण की बात हो, सब कुछ भाजपा ने किया है.'
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हमारे अध्यक्ष जेपी नड्डा जो भी आदेश देते थे, वह पलक झपकते ही कार्यकर्ताओं से पूरा करते हैं. बड़ी सक्रियता के साथ उनकी अपेक्षाओं को पूरा किया गया. भाजपा के कार्यकर्ता अनवरत अहर्निश समाज की सेवा में लगातार लगे थे और आगे भी लगे रहेंगे. आज जरूर फर्क पड़ा है कि वर्चुअल रैली हो रही है. देखा जाए तो इस तरह से मोटिवेशनल और कई कार्यक्रम है. हालांकि भाजपा राजनीतिक गतिविधियों के आरोप को तो सिरे से नकार रही है, लेकिन उनका कहना है कि उनके कार्यकर्ता और नेता राजनीतिक और सामाजिक दोनों ही जिम्मेदारियां निभा रहे हैं और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने की वजह से भाजपा का सक्रिय रहना अत्यंत आवश्यक है. मगर सेवा और प्रचार दोनों में संबंध रखने का पार्टी की तरफ से दावा किया जा रहा है.