ETV Bharat / bharat

CAA के खिलाफ छात्रों को हिंसा के लिये भड़का रहा विपक्ष : भाजपा

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देश में हो रही हिंसा के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होने कहा राजनैतिक दल सुनियोजित तरिके से विश्वविद्यालय के छात्रों का इस्तेमाल करके हिंसा भड़का रहे थे.

ETV BHARAT
आर पी सिंह , भाजपा के राष्ट्रीय सचिव
author img

By

Published : Dec 18, 2019, 8:09 AM IST

नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देश की राजधानी दिल्ली सहित भारत के कई राज्यों में हिंसा देखी गई. इस दौरान जामिया हिंसा में शामिल करीब 12 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया . हालांकि उनमें से कोई भी विश्वविद्यालय का छात्र नहीं है.

इस मुद्दे पर इटीवी भारत से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव ने कहा इस हिंसा को भड़काने में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और त्रिणमूल कांग्रेस का हाथ है.

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आर पी सिंह से बात चीत

उन्होने कहा कि ये राजनीतिक दल सुनियोजित तरीके से विश्वविद्यालय के छात्रों का इस्तेमाल करके हिंसा भड़का रहे थे.

भाजपा नेता ने आगे यह भी कहा कि ये राजनीतिक दल छात्रों के कंधे पर बंदूक रखकर गोली चलाने का काम कर रही है.

उन्होंने आगे यह भी कहा कि विश्वविद्याल के छात्रों द्वारा आगजनी की घटना से पहले 'आप' के नेता ने भड़काउ भाषण दिये थे. जिसके बाद छात्रों ने बसों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारियों की भीड़ में कांग्रेस के छात्र नेता भी शामिल थे.

पढ़ें - CAA पर विपक्ष का विरोध अतार्किक होने के साथ अकारण भी : राकेश सिन्हा

उन्होने कह कि कांग्रेस नेता रागिनी नायक ने अपने बयान में एक छात्र के मौत की झूठी बात भी कही थी. साथ ही उन्होने ममता बनर्जी पर भी हिंसा पर रोक ना लगाने का आरोप लगाया.

आरपी सिंह ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के बारे में लोगों को राजनीतिक पार्टियों द्वारा गुमराह किया जा रहा है.

उन्होने कहा कि विपक्षी पार्टियां कह रही हैं कि संशोधित नागरिकता कानून उनकी नागरिकता छीन लेगी. जबकी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने पहले ही साफ कर दिया है कि इस कानून से देश के किसी नागरिक को कोई नुकसान नहीं है न ही उनकी नागरिकता को लेकर प्रश्न उठाया जाएगा.

छात्रों से आरपी सिंह ने अपील की है कि अगर उन्हें कोई सरकार के कदम से किसी तरह की भी दिक्कत है तो उन्हे सवाल करने का पूरा हक है. लेकिन हिंसा करना सही नहीं है.

नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देश की राजधानी दिल्ली सहित भारत के कई राज्यों में हिंसा देखी गई. इस दौरान जामिया हिंसा में शामिल करीब 12 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया . हालांकि उनमें से कोई भी विश्वविद्यालय का छात्र नहीं है.

इस मुद्दे पर इटीवी भारत से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव ने कहा इस हिंसा को भड़काने में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और त्रिणमूल कांग्रेस का हाथ है.

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आर पी सिंह से बात चीत

उन्होने कहा कि ये राजनीतिक दल सुनियोजित तरीके से विश्वविद्यालय के छात्रों का इस्तेमाल करके हिंसा भड़का रहे थे.

भाजपा नेता ने आगे यह भी कहा कि ये राजनीतिक दल छात्रों के कंधे पर बंदूक रखकर गोली चलाने का काम कर रही है.

उन्होंने आगे यह भी कहा कि विश्वविद्याल के छात्रों द्वारा आगजनी की घटना से पहले 'आप' के नेता ने भड़काउ भाषण दिये थे. जिसके बाद छात्रों ने बसों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारियों की भीड़ में कांग्रेस के छात्र नेता भी शामिल थे.

पढ़ें - CAA पर विपक्ष का विरोध अतार्किक होने के साथ अकारण भी : राकेश सिन्हा

उन्होने कह कि कांग्रेस नेता रागिनी नायक ने अपने बयान में एक छात्र के मौत की झूठी बात भी कही थी. साथ ही उन्होने ममता बनर्जी पर भी हिंसा पर रोक ना लगाने का आरोप लगाया.

आरपी सिंह ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के बारे में लोगों को राजनीतिक पार्टियों द्वारा गुमराह किया जा रहा है.

उन्होने कहा कि विपक्षी पार्टियां कह रही हैं कि संशोधित नागरिकता कानून उनकी नागरिकता छीन लेगी. जबकी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने पहले ही साफ कर दिया है कि इस कानून से देश के किसी नागरिक को कोई नुकसान नहीं है न ही उनकी नागरिकता को लेकर प्रश्न उठाया जाएगा.

छात्रों से आरपी सिंह ने अपील की है कि अगर उन्हें कोई सरकार के कदम से किसी तरह की भी दिक्कत है तो उन्हे सवाल करने का पूरा हक है. लेकिन हिंसा करना सही नहीं है.

Intro:केंद्र में सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने यह अपील की है किलो खासतौर पर छात्र बहकावे में ना आए क्योंकि सीएबी के बहाने कांग्रेस आम आदमी पार्टी और दूसरी पार्टियां कहीं ना कहीं से सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सरदार आरपी सिंह ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि कहीं ना कहीं यह जांच का विषय है और जांच के बाद ही पता चलेगा कि क्या इंटरनेशनल एजेंसी अभी इसमें इन्वॉल्व है या नहीं मगर इतना तो तय है कि कहीं ना कहीं छात्रों को साया जा रहा है और छात्रों से अपील है कि वह उकसावे में ना आए और शांति और धैर्य भरते


Body:भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आरके सिंह ने कहा कि सिटिजन अमेंडमेंट बिल के नाम पर लोगों को कांग्रेस और दूसरी पार्टियां डरा रही हैं डराने की कोशिश कर रहे हैं मगर इसमें कहीं से भी अपने देश के नागरिकों को कोई नुकसान नहीं है यह मात्र उन हिंदू और बौद्ध शरणार्थियों को सहायता करने वाला बिल है जो बाहर प्रताड़ित होकर भारत में शरण लिए हुए थे यह एक ऐसी बात है जिसमें अपने देश के नागरिक इसलिए लड़ रहे हैं कि वह दूसरे देश के नागरिकों को यहां रहने दे कोई भी देश अपने नागरिकों की पहचान करता है और इसमें कोई नई बात नहीं है मगर इतना सरकार बार-बार आश्वासन दे रही है इसमें अपने देश के नागरिकों को कोई नुकसान नहीं होने वाला जहां तक सवाल एनआरसी और सीएबी दोनों को एक साथ जोड़ने की बात है इस बात को बोल कर बार-बार छात्रों में और अल्पसंख्यक क्यों में यह भय पैदा किया जा रहा है जबकि अभी फिलहाल एनआरसी सरकार लागू नहीं कर रही है और जहां तक सवाल एनआरसी का है वह पूरी जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही जो नागरिक भारत के होंगे उन्हें उसमें भी कोई नुकसान नहीं होने वाला जब भी कहीं ना कहीं विपक्षी के नाम पर लोगों को भड़का रहे हैं


Conclusion:केंद्र की सत्ताधारी पार्टी नहीं है अपील की है छात्र किसी के बहकावे में ना आए और पूरे विवेक से वह भारत की नागरिकता के प्रति आश्वस्त रहें इससे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश ना की जाए सीए के लागू होने से भारत के किसी भी मूल निवासी पर चाहे वह किसी भी धर्म जाति का हो उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा इसमें मात्र 3 देश के अल्पसंख्यक हैं जिनके धर्म के आधार पर प्रताड़ना हुई है यह सभी वहां की जनसंख्या के दृष्टि से अल्पसंख्यक है मानवता के दृष्टिकोण से भी सिटीजन काफी महत्वपूर्ण है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.