नई दिल्ली : हाल ही में चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव से संबंधित नई गाइडलाइंस जारी करते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों को यह चेतावनी दी थी कि चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 के गाइडलाइंस की अवहेलना नहीं होनी चाहिए, वरना चुनाव आयोग इन पार्टियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. इसके बाद भाजपा ने अपने नेताओं के साथ मिलकर बिहार चुनाव के लिए नए ढंग से चुनाव प्रचार की तैयारी शुरू कर दी है.
इस मुद्दे पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत को बताया कि भाजपा पहले से ही कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए लगातार वर्चुअल मीटिंग और कैंपेन कर रही है और हमें पता है कि यह कोरोना का समय है और इसमें सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि बहुत महत्वपूर्ण है. इसीलिए चुनाव आयोग के द्वारा जो गइडलाइंस जारी की गई हैं, भारतीय जनता पार्टी उसका अनुपालन करेगी और उसी के आधार पर चुनावी रणनीति तय करेगी.
उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें पता है कि बिहार की जनता हमारे साथ है और हमारी सरकार ने गरीबों के लिए काम किया है. खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों, दलितों व शोषितों के लिए जो काम किया है. इसलिए हमें पूरा विश्वास है कि यह चुनाव अलौकिक तो होगा ही, लेकिन इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को लाभ भी मिलेगा.
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अनुमान के अनुसार, बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर से नवंबर के बीच में कराए जाने की योजना है और इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी मुख्य भूमिका में कैम्पेन टीम में शामिल किया है.
सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र यादव जो बिहार की राजनीति में प्रमुख भूमिका निभाते रहे हैं, उन्हें पार्टी नेतृत्व ने यह जिम्मेदारी दी है कि चुनाव प्रचार के मुख्य मुद्दों को जेडीयू के साथ मिलकर अंतिम रूप दें, ताकि चुनाव प्रचार के दौरान दोनों ही पार्टीयों के बीच तालमेल और जनता के बीच किए जाने वाले वादों में तारतम्य बना रहे.