कोलकत्ता:भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से भेंट की. पार्टी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि मुख्य सचिव मलय डे और प्रदेश पुलिस प्रमुख वीरेंद्र को चुनावी प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाए.
बीजेपी ने मुख्य सचिव और डीजीपी सहित पश्चिम बंगाल सरकार के कई शीर्ष अधिकारियों को भी चुनावी प्रक्रिया से अलग रखे जाने की मांग की है.
सोमवार को निर्वाचन आयोग पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी तथा पार्टी महासचिव अरुण सिंह एवं भूपेंद्र यादव शामिल रहे.
चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात के दौरान बीजेपी ने आयोग को एक ज्ञापन भी सौंपा है. पार्टी ने ज्ञापन में कहा, 'हिंसा निरंतर जारी है जैसे कि कानून व्यवस्था कभी थी ही नहीं. भाजपा के कार्यकर्ताओं को डराया-धमकाया जा रहा है.'
भाजपा की मांग है कि राज्य के सभी 42 संसदीय क्षेत्रों में केन्द्रीय बलों की तैनाती होनी चाहिए. भाजपा ने आरोप लगाए हैं कि पश्चिम बंगाल के कई अधिकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे पर काम कर रहे हैं.
चुनाव आयोग के बाहर पत्रकरों से बात करते हुए भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राज्य में हुईहिंसक घटनाओं के मद्देनजरचुनाव आयोग से पैरामिलिट्री फोर्स तैनात कराने की मांग की है.
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भूपेंद्र यादव ने कहा कि हमने पश्चिम बंगाल के सभी 42 संसदीय क्षेत्रों में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात किए जाने की मांग की है.उन्होंने बताया किलोगों के मन से डर खत्म करनेऔर निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने की पहल के तहतसुरक्षाबलों से फ्लैग मार्च कराए जाने की मांग भी की गई है.