कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित क्षेत्र भाटपारा का दौरा किया. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में हुई झड़प के दौरान पुलिस की गोली लगने से दो लोगों की मौत हुई.
केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के इलाके का दौरा करके जाने के कुछ ही देर बाद यहां फिर से झड़प हुई. तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकताओं के बीच हुई इस झड़प में लोगों ने एक-दूसरे पर देसी बम तथा पत्थर फेंके. इसमें कई लोग घायल हो गये.
पुलिस ने उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा इलाके में उपद्रवी भीड़ को तितर-बितर करने के लिये लाठीचार्ज किया. यहां पहले से ही धारा 144 लगी हुई है.
बैरकपुर के पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा की अगुवाई में भारी पुलिस बल ने इलाके में मार्च किया. वर्मा ने कहा, 'स्थिति पूरी तरह नियंत्रित है. हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं.'
भाटपारा में बृहस्पतिवार को भी दो गुटों में झड़प हुई थी. कहा जा रहा है कि ये गुट तृणमूल और भाजपा से संबंधित हैं. इस झड़प में दो लोग मारे गये जबकि 11 अन्य घायल हो गये.
इलाके में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गयी. यहां चुनाव के बाद प्रतिस्पर्धी गुटों के बीच झड़पें होती रहती हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बर्धमान-दुर्गापुर के सांसद एस एस अहलूवालिया के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में सांसद सत्यपाल सिंह और बी. डी. राम भी शामिल रहे. इसके अलावा बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह समेत राज्य के कुछ और नेता भी उनके साथ थे. सिंह और राम पूर्व पुलिस अधिकारी हैं और क्रमश: उत्तर प्रदेश और झारखंड से सांसद हैं.
यह प्रतिनिधिमंडल मृतकों के परिजन से मुलाकात और स्थानीय लोगों से बातचीत के आधार पर पार्टी अध्यक्ष एवं देश के गृहमंत्री अमित शाह को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.
अहलुवालिया ने कहा, 'हमने मृतकों के परिजन तथा स्थानीय लोगों से बातचीत की. हमें पुलिस द्वारा इस्तेमाल किये गये एसएलआर के खाली कारतुस भी मिले. इनका इस्तेमाल बृहस्पतिवार को झड़प में भाजपा कार्यकर्ताओं को मारने के लिये किया गया.'
उन्होंने कहा, 'पुलिस कह रही है कि उन्होंने हवा में गोलियां चलायी. यदि उन्होंने ऐसा किया तो गोलियां लोगों को कैसे लग गयीं?'
हालांकि, पुलिस और सत्ताधारी तृणमूल ने भाजपा प्रतिनिधिमंडल के आकलन को आधारहीन करार दिया.
तृणमूल के महासचिव पार्था चटर्जी ने कहा कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल के दौरा करने का उद्देश्य तनाव को बढ़ाना था.
इससे पहले दिन में नेता विपक्ष अब्दुल मन्नान और माकपा नेता सुजान चक्रबर्ती के नेतृत्व में माकपा और कांग्रेस के एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने प्रभावित इलाकों बरयुईपारा, जगददल, भाटपारा का दौरा किया. उन्होंने हत्याओं की सीबीआई जांच की मांग की.
शुक्रवार को भाजपा नेतृत्व ने भी इस घटना का सच सामने लाने के लिये सीबीआई जांच की मांग की.