गुवाहाटी : बाढ़ का कारण तबाह हुए नलबाड़ी जिले के निवासी अभी भी मदद का इंतजार कर रहे हैं. बाढ़ के कारण कई लोगों के घर तबाह हो गए हैं और जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है.
इस मामले पर असम के धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि असम में केंद्र सरकार मदद नहीं भेज रही है. वही उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने जहां एक तरफ गुजरात को 500 करोड़ का राहत पैकेज दिया तो वहीं असम को केवल 250 करोड़ का राहत पैकेज दिया है.
उन्होंने सरकार पर असम की जनता के साथ भेद भाव का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सांसद में मुद्दा उठाया कि इसको राष्टीय आपदा क्षेत्र घोषित किया जाए लेकिन राज्य सरकार ने केंद्र से कभी इस बात नहीं की.
बाढ़ की वजह से लोगों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल पा रहा है. राहत शिविर में रह रहे लोगों का कहना है कि 'शिविर में बच्चे बाढ़ के बाद बीमार पड़ रहे हैं. हमारे पास यहां कोई भी नहीं है,'
उन्होंने कहा, लोगों के पास खाने के लिए भोजन नहीं है और रहने के लिए कोई जगह नहीं है.लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई समर्थन नहीं मिला है.
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एक अन्य स्थानीय ने कहा' हम बाढ़ के बाद बहुत सारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं. हमारे घर, साथ ही खेत भी नष्ट हो गए हैं. अब हम सड़कों पर रहते हैं.'
इसके अलावा हमारे पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है. कभी-कभी हम चावल बनाते हैं या कभी-कभी सिर्फ पानी पीते हैं और सोते हैं.
उन्होंने बताया कि आज भी जिले के सैंकड़ो गांव बाढ़ के कारण पानी में डूबे हुए हैं