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मुंबई : पासपोर्ट रैकेट का भंडाफोड़, बांग्लादेशी नागरिकों समेत आठ गिरफ्तार

एटीएस ने बांग्लादेशी नागरिकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. इन आठ लोगों पर कथित तौर पर भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के लिए दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ का आरोप है.

मुंबई : पासपोर्ट रैकेट मामले में एटीएस ने बांग्लादेशी नागरिकों समेत आठ को गिरफ्तार किया
मुंबई : पासपोर्ट रैकेट मामले में एटीएस ने बांग्लादेशी नागरिकों समेत आठ को गिरफ्तार किया
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Published : Dec 14, 2020, 7:37 PM IST

मुंबई : महाराष्ट्र के आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) ने भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के लिए कथित तौर पर दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में बांग्लादेशी नागरिकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.

उन्होंने बताया कि एटीएस की कालाचौकी इकाई को नवंबर में गुप्त जानकारी मिली थी कि बांग्लादेश का नागरिक अकरम खान (28) मुंबई में अवैध तरीके से रह रहा है और अपने देश के लोगों को भारतीय पासपोर्ट हासिल करने में मदद कर रहा है.

उन्होंने बताया कि उसे सेवरी से गिरफ्तार किया गया. उसका असली नाम अकरम नूर अलाउद्दीन नबी शेख है और बांग्लादेश के नोआखाली जिले का रहनेवाला है. वडाला और मुम्ब्रा के दो लोगों ने उसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और भारतीय पासपोर्ट हासिल करने और अवैध तरीके से भारत में रहने में मदद की.

पढ़ें: बेंगलुरु : ड्रग्स तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, आईलाइनर व सैंडल से मेथाक्वालोन जब्त

अधिकारियों ने बताया कि मुम्ब्रा के राफिक सैय्यद से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि वह 2013 से ही अवैध आव्रजकों को भारतीय पासपोर्ट मुहैया कराने के अपराध में शामिल है और ऐसा संभव है कि उसने अब तक कम से कम 85 बांग्लादेश नागरिकों की मदद की है.

मुंबई : महाराष्ट्र के आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) ने भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के लिए कथित तौर पर दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में बांग्लादेशी नागरिकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.

उन्होंने बताया कि एटीएस की कालाचौकी इकाई को नवंबर में गुप्त जानकारी मिली थी कि बांग्लादेश का नागरिक अकरम खान (28) मुंबई में अवैध तरीके से रह रहा है और अपने देश के लोगों को भारतीय पासपोर्ट हासिल करने में मदद कर रहा है.

उन्होंने बताया कि उसे सेवरी से गिरफ्तार किया गया. उसका असली नाम अकरम नूर अलाउद्दीन नबी शेख है और बांग्लादेश के नोआखाली जिले का रहनेवाला है. वडाला और मुम्ब्रा के दो लोगों ने उसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और भारतीय पासपोर्ट हासिल करने और अवैध तरीके से भारत में रहने में मदद की.

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अधिकारियों ने बताया कि मुम्ब्रा के राफिक सैय्यद से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि वह 2013 से ही अवैध आव्रजकों को भारतीय पासपोर्ट मुहैया कराने के अपराध में शामिल है और ऐसा संभव है कि उसने अब तक कम से कम 85 बांग्लादेश नागरिकों की मदद की है.

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