गुवाहाटी : असम में पुलिस भर्ती के मामले में प्रश्न पत्र लीक होने की बात सामने आई थी. इस मामले के ताजा घटनाक्रम में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया है कि पेपर लीक केस के मास्टकमाइंड दीबान डेका ने सरेंडर कर दिया है. घोटाला सामने आने के बाद डेका फरार चल रहे थे. उन्होंने बुधवार रात पथचारकुच्ची इलाके में आत्मसमर्पण कर दिया, इसके तुरंत बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
इस मामले में पूर्व डीआईजी पीके दत्ता पर भी आरोप लगे हैं. पूर्व डीआईजी का अब भी पता नहीं चल पाया है. उनके भारत-नेपाल सीमा के पास कहीं होने का संदेह है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के लिए उन्हें गुवाहाटी लाया गया है. डेका को कामरूप के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें पांच दिनों के लिए गुवाहाटी नगर पुलिस की अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया गया.
इस संबंध में भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाई ने गिरफ्तारी के बाद तत्काल प्रभाव से उन्हें निष्कासित कर दिया है.
डेका ने फेसबुक पर खुद की पहचान भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में बताई है. उन्होंने 2011 का असम विधानसभा चुनाव भाजपा उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था और वह 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ने की भी उम्मीद कर रहे थे.
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गौरतलब है कि असम पुलिस में नि:शस्त्र उप निरीक्षकों की भर्ती के लिये हो रही लिखित परीक्षा 20 सितंबर को रद्द कर दी गई थी, जब उसका पर्चा सोशल मीडिया पर लीक हो गया था. उनकी गिरफ्तारी के साथ ही अभी तक इस मामले में 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इसकी 'नैतिक जिम्मेदारी' लेते हुए असम राज्य स्तर पुलिस भर्ती बोर्ड (एसएलपीआरबी) के अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने 27 सितंबर को इस्तीफा दे दिया था.
पुलिस ने डेका और दत्ता दोनों के खिलाफ 'लुक आउट नोटिस' जारी कर उनकी गिरफ्तारी में मदद करने वाली जानकारी देने के लिए एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी.