नई दिल्लीः पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की स्वास्थ स्थिति नाजुक बनी हुई है. अरुण जेटली को एम्स में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है. जेटली के स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एम्स पहुंचे.
बीते हफ्ते राष्ट्रपति, गृहमंत्री बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत कई नेता अस्पताल पहुंचे थे.
सूत्रों ने बताया कि जेटली (66) को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है और विभिन्न विभागों के डॉक्टरों की एक टीम उनकी स्थिति की निगरानी कर रही है. जेटली को नौ अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
एम्स ने जेटली की स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में 10 अगस्त से कोई बुलेटिन नहीं जारी किया है.
बता दें कि सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की समस्या के बाद जेटली को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस साल मई में उपचार के लिए वह एम्स में भर्ती हुए थे.
गौरतलब है कि पेशे से वकील जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में उनकी कैबिनेट का महत्वपूर्ण हिस्सा थे. उनके पास वित्त और रक्षा का प्रभार था और सरकार के लिए वह संकटमोचक की भूमिका में रहे.
खराब स्वास्थ्य के कारण जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा.
पिछले साल 14 मई को एम्स में उनके गुर्दे का प्रतिरोपण हुआ था. उस समय रेल मंत्री पीयूष गोयल को उनके वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी थी.
पिछले साल अप्रैल की शुरुआत से ही वह कार्यालय नहीं आ रहे थे और वापस 23 अगस्त 2018 को वित्त मंत्रालय आए.
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लंबे समय तक मधुमेह रहने से वजन बढ़ने के कारण सितंबर 2014 में उन्होंने बैरिएट्रिक सर्जरी कराई थी.