लखनऊ : भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे शुक्रवार को यहां पहुंचे. उन्होंने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बने पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस मौके पर नेपाल से जुड़ी उत्तर प्रदेश की सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई.
इससे पहले थल सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद विशेष विमान से चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंचे. वहां से हेलिकॉप्टर से वह छावनी के सूर्या खेल परिसर पहुंचे. यहां से सड़क मार्ग से लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान मुख्यालय पहुंचे. यहां मध्य कमान सेनाध्यक्ष ल़े जनरल इकरूप सिंह घुमन के साथ उनकी सैन्य ऑपरेशनल और प्रशासनिक, दोनों पहलुओं पर चर्चा हुई.
जनरल नरवणे ने मध्य क्षेत्र में सैन्य बलों की क्षमता वृद्धि और ऑपरेशनल प्रभावशीलता व बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने ऑपरेशनल तैयारियों के उच्च स्तर को प्राप्त करने के लिए मध्य कमान की प्रशंसा की.
उन्होंने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बहुत कठिन मौसम व परिस्थिति में काम कर रहे अग्रिम पंक्ति के सैनिकों के किए जा रहे प्रयासों की सराहना की.
गुरुवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने अरुणाचल में एलएसी पर सैन्य तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने तेजपुर स्थित चौथी कोर मुख्यालय का दौरा किया.
पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चीन के साथ हुई झड़प के मद्देनजर भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मौजूद सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है.
सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने भी अरुणाचल सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वायु सीमा पर निगरानी रखने के लिए मुख्य ठिकानों पर अतिरिक्त युद्धक विमान और हेलीकाप्टर तैनात किए हैं.
सूत्रों ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में पीछे हटने की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ रही इसलिए सेना सर्दियों में भी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों और हथियारों की संख्या बरकरार रखना चाहती है.