रामगढ़ः झारखंड के रामगढ़ कैंट में पंजाब रेजिमेंटल सेंटर में बुधवार को राष्ट्रपति निशान प्रस्तुति परेड का आयोजन किया गया. इसमें भारत के थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने पंजाब रेजिमेंट की दो युवा बटालियन 29 पंजाब और 30 पंजाब को निशान प्रदान कर सम्मानित किया. इस आयोजन में बहुसंख्या में वरिष्ठ उच्च पदस्थ अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने निशान परेड की शोभा बढ़ाई.
पंजाब रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी इन्फैन्ट्री रेजिमेंट है. इसके पास स्वतंत्रता के पूर्व और पश्चात के युद्ध क्षेत्र में बहादुरी के बहुत से अभिलेख दर्ज हैं. पंजाब रेजिमेंट को 69 युद्ध सम्मान प्रदान किए गए जो कि भारतीय सेना की सभी रेजिमेंट में से सबसे अधिक है. पंजाब रेजिमेंट ने स्वतंत्रता के पूर्व 11 विक्टोरिया क्रॉस और स्वतंत्रता पश्चात 01 अशोक चक्र, 19 महावीर चक्र, 11 कीर्ति चक्र, 64 वीर चक्र और 83 शौर्य चक्र भी हासिल किए हैं.
थल सेनाध्यक्ष ने की सराहना
निशान परेड के दौरान छह सैन्यदल और एक इंडियन एयर फोर्स की सारंग हैलिकॉप्टर टीम ने हिस्सा लिया, जिससे यह समारोह अविस्मरणीय बन गया. थल सेनाध्यक्ष ने परेड की समीक्षा की और अपने संबोधन के दौरान रेजिमेंट के समृद्ध परम्पराओं के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों जैसे युद्ध, संचालन, खेल, प्रशिक्षण में भव्य प्रदर्शन की सराहना की.
ये भी पढ़ें- बालाकोट में आतंकी फिर हुए सक्रिय, सीजफायर के उल्लंघन से निपट लेंगे: सेना प्रमुख
सेना प्रमुख ने नवनिर्मित यूनिटों को अपनी सेवा के शुरुआती चरणों मे शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी और उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया. उन्होंने 29 पंजाब और 30 पंजाब के सभी पदों और उनके परिवारों को शुभकामनायें दी और उन्हें भारतीय सेना और पंजाब रेजिमेंट की शानदार तरीके से सेवा करने के लिए प्रेरित किया.