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दूरदर्शी है भारत की विदेश नीति : मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल पर पूर्व राजदूत - दूरदर्शी है भारत की विदेश नीति अनिल त्रिगुणायत

पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत ने मोदी सरकार के विदेश निति की सराहना करते हुए कहा की सरकार की विदेश नीतियां दूरदर्शी और भविष्यवादी हैं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर भी भारत की सराहना की है. जानें पूरा विवरण

पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत
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Published : Sep 7, 2019, 5:36 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 5:48 PM IST

नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में विदेश नीतियां ठोस दिख रही हैं. ऐसा मानना है पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत का.

ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व राजदूत त्रिगुणायत ने मोदी सरकार की विदेश नीतियों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की विदेश नीतियां सार्थक, ठोस और भविष्यवादी हैं.

त्रिगुणायत ने कहा, 'जिस तरह फिर से चुनाव के तुरंत बाद, पीएम मोदी और विदेश मंत्री ने पड़ोसी देशों जैसे मालदीव, भूटान और श्रीलंका का दौरा किया. इससे, साफ है कि इस सरकार का ध्यान पड़ोसियों पर है.

विदेश नीति पर पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के संबंध में, त्रिगुणायत ने कहा कि मोदी सरकार ने इसे एक आंतरिक मामले के रूप में स्थापित कर, वैश्विक समुदाय को अपने पक्ष में कर लिया है.

उन्होंने कहा, 'अधिकतम देशों ने भारत का समर्थन किया है. सरकार ने चीन की मदद से कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की पाकिस्तान की कोशिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है.

साथ ही उन्होंने भारत और फ्रांस के बढ़ते संबंध और G7 सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किये जाने को भारत के बड़ी सफलता बताया.

पढ़ें-यूं ही नहीं ध्यानचंद का मुरीद था हिटलर...

बता दें कि अनिल त्रिगुणायत भारतीय विदेश सेवा (IFS) में तीन दशक से अधिक समय तक काम कर चुके हैं.

नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में विदेश नीतियां ठोस दिख रही हैं. ऐसा मानना है पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत का.

ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व राजदूत त्रिगुणायत ने मोदी सरकार की विदेश नीतियों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की विदेश नीतियां सार्थक, ठोस और भविष्यवादी हैं.

त्रिगुणायत ने कहा, 'जिस तरह फिर से चुनाव के तुरंत बाद, पीएम मोदी और विदेश मंत्री ने पड़ोसी देशों जैसे मालदीव, भूटान और श्रीलंका का दौरा किया. इससे, साफ है कि इस सरकार का ध्यान पड़ोसियों पर है.

विदेश नीति पर पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के संबंध में, त्रिगुणायत ने कहा कि मोदी सरकार ने इसे एक आंतरिक मामले के रूप में स्थापित कर, वैश्विक समुदाय को अपने पक्ष में कर लिया है.

उन्होंने कहा, 'अधिकतम देशों ने भारत का समर्थन किया है. सरकार ने चीन की मदद से कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की पाकिस्तान की कोशिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है.

साथ ही उन्होंने भारत और फ्रांस के बढ़ते संबंध और G7 सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किये जाने को भारत के बड़ी सफलता बताया.

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बता दें कि अनिल त्रिगुणायत भारतीय विदेश सेवा (IFS) में तीन दशक से अधिक समय तक काम कर चुके हैं.

Intro:Giving thumbs up to Modi government's second stint to power, former ambassador Anil Trigunayat called its foreign policies meaningful, substantive and futuristic.


Body:Talking to exclusively to ETV Bharat, Anil Trigunayat who had given over three decades in the foreign service decoded his policies one by one.

On neighbourhood first policy, the former ambassador said, 'immediately after the re-election, PM Modi visited neighbouring countries like Maldives, Bhutan and Sri Lanka. Similarly, External Affairs Minister did the same thing. So, you can tell that the focus of this government is on the neighbours.'

In regards to Article 370, former ambassador claimed that Modi government was able extract mileage from the global community by establishing it as an internal matter.




Conclusion:He said, 'maximum number of countries have supported India. The government has successfully scuttled Pakistan's attempt to internationalise Kashmir issue with help of China.'
Last Updated : Sep 29, 2019, 5:48 PM IST
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