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NATGRID की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक करेंगे अमित शाह

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Published : Sep 13, 2019, 12:06 AM IST

Updated : Sep 30, 2019, 10:05 AM IST

मुंबई आतंकी हमले के बाद तैयार की गई NATGRID की समीक्षा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे.

अमित शाह ( फाइल फोटो)

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) की प्रगति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. इस बैठक में आतंकी संदिग्धों और घटनाओं पर नजर रखने के लिए एक मजबूत खुफिया तंत्र तैयार किया जाएगा.

मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि बैठक से पहले गृह मंत्रालय में शीर्ष अधिकारियों ने आज गृह मंत्री अमित शाह के सामने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से NATGRID को फिर से शुरू करने के लिए तरीके सुझाए जाएंगे.

बता दें कि NATGRID को पहली बार 2008 में मुंबई पर आतंकवादी हमलों के बाद प्रस्तावित किया गया था और दिसंबर 2009 में तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम द्वारा इसका अनावरण किया गया था.

गौरतलब है कि मुंबई हमलों से पहले अमेरिकी लश्कर के संचालक डेविड कोलमैन हेडली ने कई बार भारत का दौरा किया था. जिसका बाद कई बार इस मुद्दे को उठाया गया कि अगर भारत में NATGRID व्यवस्था होती तो हेडली को हमले से पहले रोका जा सकता था.

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर : आतंकियों से संपर्क के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रही पाक सेना

दरअसल, NATGRID एक आतंकवाद रोधक उपाय है जो भारत आने वोले यात्रियों के कर और बैंक खाते के विवरण, क्रेडिट कार्ड लेनदेन, वीजा और आव्रजन रिकॉर्ड और रेल और हवाई यात्रा के मार्गों सहित सरकारी डेटाबेस से जानकारी को इकठ्ठा करता है.

पूर्व योजना के अनुसार, NATGRID संयुक्त डेटा 11 केंद्रीय एजेंसियों को उपलब्ध कराया जाएगा. जिसमें अनुसंधान और विश्लेषण विंग, इंटेलिजेंस ब्यूरो, केंद्रीय जांच ब्यूरो, वित्तीय खुफिया इकाई, केंद्रीय जांच ब्यूरो, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, राजस्व खुफिया निदेशालय, प्रवर्तन निदेशालय, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड और सीमा शुल्क और जीएसटी खुफिया महानिदेशालय जैसी अहम एजेंसियां शामिल हैं.

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) की प्रगति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. इस बैठक में आतंकी संदिग्धों और घटनाओं पर नजर रखने के लिए एक मजबूत खुफिया तंत्र तैयार किया जाएगा.

मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि बैठक से पहले गृह मंत्रालय में शीर्ष अधिकारियों ने आज गृह मंत्री अमित शाह के सामने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से NATGRID को फिर से शुरू करने के लिए तरीके सुझाए जाएंगे.

बता दें कि NATGRID को पहली बार 2008 में मुंबई पर आतंकवादी हमलों के बाद प्रस्तावित किया गया था और दिसंबर 2009 में तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम द्वारा इसका अनावरण किया गया था.

गौरतलब है कि मुंबई हमलों से पहले अमेरिकी लश्कर के संचालक डेविड कोलमैन हेडली ने कई बार भारत का दौरा किया था. जिसका बाद कई बार इस मुद्दे को उठाया गया कि अगर भारत में NATGRID व्यवस्था होती तो हेडली को हमले से पहले रोका जा सकता था.

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दरअसल, NATGRID एक आतंकवाद रोधक उपाय है जो भारत आने वोले यात्रियों के कर और बैंक खाते के विवरण, क्रेडिट कार्ड लेनदेन, वीजा और आव्रजन रिकॉर्ड और रेल और हवाई यात्रा के मार्गों सहित सरकारी डेटाबेस से जानकारी को इकठ्ठा करता है.

पूर्व योजना के अनुसार, NATGRID संयुक्त डेटा 11 केंद्रीय एजेंसियों को उपलब्ध कराया जाएगा. जिसमें अनुसंधान और विश्लेषण विंग, इंटेलिजेंस ब्यूरो, केंद्रीय जांच ब्यूरो, वित्तीय खुफिया इकाई, केंद्रीय जांच ब्यूरो, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, राजस्व खुफिया निदेशालय, प्रवर्तन निदेशालय, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड और सीमा शुल्क और जीएसटी खुफिया महानिदेशालय जैसी अहम एजेंसियां शामिल हैं.

Intro:New Delhi: Union Home Minister Amit Shah will on Friday chair a high-level meeting to review the progress of the National Intelligence Grid (NATGRID), a robust Intelligence gathering mechanism being set up to track terror suspects and incidents.

Before this, top officials in the home ministry today suggested ways for the NATGRID revival, through a presentation to home minister Amit Shah, said home ministry sources.




Body:NATGRID was first proposed in the aftermath of the terrorist attacks on Mumbai in 2008 and was unveiled by the then Home Minister P. Chidambaram in December 2009. Before the attacks, the American Lashkar operative David Coleman Headley had visited India several times and it is argued that if India had a system like NATGRID been in place, Headley would have been apprehended well before the attacks.


Conclusion:NATGRID is a counter terrorism measure that collects and collates a host of information from government databases including tax and bank account details, credit card transactions, visa and immigration records and itineraries of rail and air travel.

According to NATGRID's earlier plan, the combined data will be made available to 11 central agencies, which are : Research and Analysis Wing , Intelligence Bureau, Central Bureau of Investigation, Financial Intelligence Unit, Central Bureau of Investigation, Central Board of Direct Taxes, Directorate of Revenue Intelligence, Enforcement Directorate, Narcotics Control Bureau, Central Board of Indirect Taxes and Customs and the Directorate General of GST Intelligence.
Last Updated : Sep 30, 2019, 10:05 AM IST
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