नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) की प्रगति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. इस बैठक में आतंकी संदिग्धों और घटनाओं पर नजर रखने के लिए एक मजबूत खुफिया तंत्र तैयार किया जाएगा.
मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि बैठक से पहले गृह मंत्रालय में शीर्ष अधिकारियों ने आज गृह मंत्री अमित शाह के सामने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से NATGRID को फिर से शुरू करने के लिए तरीके सुझाए जाएंगे.
बता दें कि NATGRID को पहली बार 2008 में मुंबई पर आतंकवादी हमलों के बाद प्रस्तावित किया गया था और दिसंबर 2009 में तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम द्वारा इसका अनावरण किया गया था.
गौरतलब है कि मुंबई हमलों से पहले अमेरिकी लश्कर के संचालक डेविड कोलमैन हेडली ने कई बार भारत का दौरा किया था. जिसका बाद कई बार इस मुद्दे को उठाया गया कि अगर भारत में NATGRID व्यवस्था होती तो हेडली को हमले से पहले रोका जा सकता था.
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दरअसल, NATGRID एक आतंकवाद रोधक उपाय है जो भारत आने वोले यात्रियों के कर और बैंक खाते के विवरण, क्रेडिट कार्ड लेनदेन, वीजा और आव्रजन रिकॉर्ड और रेल और हवाई यात्रा के मार्गों सहित सरकारी डेटाबेस से जानकारी को इकठ्ठा करता है.
पूर्व योजना के अनुसार, NATGRID संयुक्त डेटा 11 केंद्रीय एजेंसियों को उपलब्ध कराया जाएगा. जिसमें अनुसंधान और विश्लेषण विंग, इंटेलिजेंस ब्यूरो, केंद्रीय जांच ब्यूरो, वित्तीय खुफिया इकाई, केंद्रीय जांच ब्यूरो, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, राजस्व खुफिया निदेशालय, प्रवर्तन निदेशालय, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड और सीमा शुल्क और जीएसटी खुफिया महानिदेशालय जैसी अहम एजेंसियां शामिल हैं.