कोलकाता: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए चुनाव प्रचार अपने चरम पर है. इसी के चलते बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पश्चिम बंगाल दौरे पर है. ममता बनर्जी के गढ़ में शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने साध्वी प्रज्ञा का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें फर्जी केस में फंसाया गया था.
कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शाह ने कहा कि बंगाल में मोदी की लहर है. बंगाल में परिवर्तन की बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोग पीएम मोदी के समर्थन में वोट कर रहे हैं. इस बार बंगाल की जनता बड़ा परिवर्तन करने जा रही है.
शाह ने कहा कि 'हम एनआरसी को देशभर में इंप्लीमेंट करेंगे. सिटिजन अमेंडमेंट बिल के माध्यम से दूसरे देशों से धार्मिक वजहों से हमारे देश में जो लोग शरणार्थी बनकर आएं हैं, उन्हें नागरिकता देने की बात संकल्प पत्र में कही है.'
उन्होंने बंगाल के वोटरों से कहा कि 'डरने की जरूरत नहीं है. पूरा गांव एक साथ वोट डालने जाए, आपकी सुरक्षा के लिए सीआपीएफ और भाजपा के कार्यकर्ता लोकतंत्र के प्रहरी बनकर खड़े हैं.'
साथ ही शाह ने ममता दीदी पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 'बंगाल में दो चरण के चुनाव के बाद ममता बनर्जी की बौखलाहट स्पष्ट दिख रही है. उन्हें अपनी हार दिख रही है और उसी हताशा से वो अब विपक्ष और चुनाव आयोग पर सवाल उठा रही हैं.'
उन्होंने कहा कि 'हमारी रैली को बंगाल में अनुमति न देने वाली ममता दीदी की रैलियों को आज जनता अनुमति नहीं दे रही. उनकी रैलियों में भीड़ नहीं उमड़ रही है.'
साध्वी प्रज्ञा के सवाल पर शाह ने कहा कि 'साध्वी प्रज्ञा को झूठे आरोप में फंसाया गया और असली आरोपियों को छोड़ दिया गया. हिंदू टेरर के नाम से एक फर्जी केस बनाना गया था, दुनिया में देश की संस्कृति को बदनाम किया गया, कोर्ट में केस चला तो इसे फर्जी पाया गया.'
बीजेपी अध्यक्ष कांग्रेस पर हमला करने से नहीं चूंके. उन्होंने कहा कि 'जब बाटला हाउस का एनकाउंटर हुआ था तो सोनिया गांधी को रोना आ गया. बटला हाउस के आतंकवादियों के मरने पर वह रोई थीं और जब वही पर एक बहादुर पुलिस इंस्पेक्टर शहीद हो गया, उसकी मृत्यु पर उन्हें रोना नहीं आया. इस पर कांग्रेस को जवाब देना चीहिए.'
अमित शाह से यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल से भी चुनाव लड़ेंगे, उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है.
उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ पिछले पांच साल में जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाया है. हमारे संकल्प पत्र में हमने इस नीति को और आगे बढ़ाने का संकल्प किया है. लेकिन विपक्षी पार्टियां देश की सुरक्षा के अहम मुद्दे पर चुप दिखाई देती है.'
बता दें, पश्चिम बंगाल में 23 अप्रैल को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव में पांच सीटों पर मतदान होना है. बंगाल की बालूरघाट, मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, जंगीपुर और मुर्शीदाबाद सीट पर वोटिंग होनी है.