ETV Bharat / bharat

सलाम इस महिला को जिसने 33 मासूमों को इनके चंगुल से छुड़ाया

एक महिला वकील की सजगता से 33 मासूमों को नई जिंदगी मिल गई. ये सारे बच्चे मानव तस्करी के चंगुल में फंस चुके थे. इस महिला ने समय रहते पुलिस को इन बच्चों के बारे में सूचना दे दी. आखिर किस तरह से इन्होंने ये पूरा काम किया, इसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. पढ़ें पूरी खबर.

वकील.
author img

By

Published : Jun 28, 2019, 11:21 AM IST

Updated : Jun 28, 2019, 3:30 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक महिला वकील की सूझ-बूझ की वजह से पुलिस ने करीब 33 बच्चों को मानव तस्करी के दलदल में फंसने से बचा लिया.

वकील.

हावड़ा-मुंबई ट्रेन से 33 बच्चों को पुलिस ने बरामद किया है. आरोपी युवक जाकिर हुसैन को मौके से गिरफ्तार किया गया है.

महिला वकील ने ETV भारत से खास बातचीत में पूरे मामले में विस्तार में बताया.

पेशे से वकील स्मिता पांडे ट्रेन से राजनांदगांव की ओर आ रही थी. इस दौरान उन्होंने बच्चों को ट्रेन में देखा, जो उन्हें संदेहास्पद लगा.

स्मिता ने बताया कि सफर के दौरान एक युवक कुछ बच्चों को ले जा रहा था और जब उन्होंने युवक से इन बच्चों के बारे में पूछताछ की तो वह सही तरीके से इसका जवाब नहीं दे पाया. यहां तक कि बच्चों से संबंधित कोई दस्तावेज भी उसके पास नहीं थे. इसके बाद स्मिता ने इस बात की जानकारी टीटी को भी दी, लेकिन टीटी ने उनकी कोई मदद नहीं की.

मामला संदिग्ध लगने पर स्मिता ने रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी को फोन लगाया और उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद उस अधिकारी की पहल से रेलवे पुलिस सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी गई.

आखिरकार राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर इन बच्चों को युवक के चंगुल से छुड़ा लिया गया. आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया. स्मिता का मानना है कि ये मानव तस्करी का मामला हो सकता है.

ऐसा है मामला
बताया जा रहा है कि मुंबई हावड़ा ट्रेन से बिहार के पीरपैंती थाने के मदरसे से 33 बच्चों को जाकिर हुसैन नामक युवक कथित तौर पर उर्दू पढ़ाने महाराष्ट्र लेकर जा रहा था. लेकिन युवक के पास उसके खुद के पहचान पत्र सहित बच्चों का कोई भी दस्तावेज मौजूद नहीं था. बच्चों की उम्र 10 साल से कम है.

बहरहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवक जाकिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है. अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है कि आरोपी द्वारा बच्चे को किस मकसद से महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था. साथ ही पुलिस बच्चों के परिजनों से संपर्क करने की भी कोशिश कर रही है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक महिला वकील की सूझ-बूझ की वजह से पुलिस ने करीब 33 बच्चों को मानव तस्करी के दलदल में फंसने से बचा लिया.

वकील.

हावड़ा-मुंबई ट्रेन से 33 बच्चों को पुलिस ने बरामद किया है. आरोपी युवक जाकिर हुसैन को मौके से गिरफ्तार किया गया है.

महिला वकील ने ETV भारत से खास बातचीत में पूरे मामले में विस्तार में बताया.

पेशे से वकील स्मिता पांडे ट्रेन से राजनांदगांव की ओर आ रही थी. इस दौरान उन्होंने बच्चों को ट्रेन में देखा, जो उन्हें संदेहास्पद लगा.

स्मिता ने बताया कि सफर के दौरान एक युवक कुछ बच्चों को ले जा रहा था और जब उन्होंने युवक से इन बच्चों के बारे में पूछताछ की तो वह सही तरीके से इसका जवाब नहीं दे पाया. यहां तक कि बच्चों से संबंधित कोई दस्तावेज भी उसके पास नहीं थे. इसके बाद स्मिता ने इस बात की जानकारी टीटी को भी दी, लेकिन टीटी ने उनकी कोई मदद नहीं की.

मामला संदिग्ध लगने पर स्मिता ने रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी को फोन लगाया और उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद उस अधिकारी की पहल से रेलवे पुलिस सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी गई.

आखिरकार राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर इन बच्चों को युवक के चंगुल से छुड़ा लिया गया. आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया. स्मिता का मानना है कि ये मानव तस्करी का मामला हो सकता है.

ऐसा है मामला
बताया जा रहा है कि मुंबई हावड़ा ट्रेन से बिहार के पीरपैंती थाने के मदरसे से 33 बच्चों को जाकिर हुसैन नामक युवक कथित तौर पर उर्दू पढ़ाने महाराष्ट्र लेकर जा रहा था. लेकिन युवक के पास उसके खुद के पहचान पत्र सहित बच्चों का कोई भी दस्तावेज मौजूद नहीं था. बच्चों की उम्र 10 साल से कम है.

बहरहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवक जाकिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है. अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है कि आरोपी द्वारा बच्चे को किस मकसद से महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था. साथ ही पुलिस बच्चों के परिजनों से संपर्क करने की भी कोशिश कर रही है.

Intro:रायपुर । आज एक अजीबोगरीब घटना तब देखने को मिली जब एक व्यक्ति द्वारा करीब 35 बच्चों को ट्रेन में कहीं ले जाए जा रहा था इस दौरान उसी बोगी में बैठी एक महिला वकील की नजर इन बच्चों पर पड़ी और उन्होंने बच्चों को ले जा रहे व्यक्ति से बच्चों के बारे में जानकारी मांगी कि यह बच्चे कौन है और उन्हें कहां लेकर जा रहे हैं जिस पर व्यक्ति द्वारा ठीक ठीक जवाब नहीं दिया गया तो महिला वकील को संदेह हुआ कि हो ना हो ए कोई गैर कानूनी काम कर रहे हैं जिसके बाद इस महिला वकील ने इस बात की रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को दी और उन्होंने रेलवे पुलिस सहित संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दिए बाद में सभी के सहयोग से मुंबई ले जाए जा रहे 35 बच्चों को सकुशल छुड़ा लिया गया।

नोट इस खबर को दो बार में भेजा गया है पार्ट वन पार्ट 2


Body:जिस महिला वकील की तत्परता के चलते आज इन बच्चों को युवक के चंगुल से बचाया गया है उसका नाम है स्मिता पांडे। स्मिता पांडे से हमारे संवाददाता ने बातचीत की बातचीत के दौरान स्मिता पांडे ने सफर के दौरान घटे पूरे वाक्य का वर्णन किया उन्होंने बताया कि सफर के दौरान एक युवक कुछ बच्चों को ले जा रहा था और जब उन्होंने ही युवक से इन बच्चों के बारे में पूछताछ की तो वह कुछ भी सही ढंग से नहीं बता रहा था यहां तक कि बच्चों से संबंधित कोई दस्तावेज भी उसके पास नहीं थे इसके बाद स्मिता ने इस बात की जानकारी टीटी को भी दी लेकिन टीटी ने भी उनकी कोई मदद नहीं की यहां तक की बोगी में मौजूद अन्य लोगों से भी उन्होंने सहयोग के लिए कहा लेकिन स्मिता का किसी ने सहयोग नहीं किया बाद में स्मिता ने रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी को फोन लगाया और उन्हें पूरे घटना से अवगत कराया जिसके बाद उस अधिकारी की पहल से रेलवे पुलिस सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी और उन्होंने राजनंदगांव स्टेशन पर इन बच्चों को युवक के चंगुल से छुड़ा लिया। स्मिता ने बताया कि हो सकता था तीन बच्चों को बॉम्बे ले जाकर बेच दिया जाता है या फिर जिहाद के नाम पर इन्हें भड़काया जाता क्या हो सकता था कि इन बच्चों का किसी अन्य आपराधिक घटनाओं में उपयोग किया जाता है और इसी आशंका की वजह से उन्होंने आज पहल करते हुए इन बच्चों को मुंबई ले जा रहे युवक के चंगुल से छुड़ाया है
121 स्मिता पांडे

बताया जा रहा है कि मुंबई हावड़ा ट्रेन से बिहार के पीरपैंती थाने के मदरसे से करीब 35 बच्चों को जाकिर हुसैन नामक युवक उर्दू पढ़ाने महाराष्ट्र लेकर जा रहा था लेकिन युवक के पास उसके खुद के पहचान पत्र सहित बच्चों का कोई भी दस्तावेज मौजूद नहीं था जिन बच्चों को वाले जा रहा था उनकी आयु लगभग 8 से 10 साल के बीच थी और वह युवक खुद भी जो शिक्षक बता रहा था 22 से 25 साल का था


Conclusion:बहरहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवक जाकिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है साथ ही बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है की आरोपी द्वारा बच्चे को किस प्रयोजन से महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था साथ ही पुलिस बच्चों के परिजनों से संपर्क करने की भी कोशिश कर रही है।
Last Updated : Jun 28, 2019, 3:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.