नई दिल्ली : आयुष्मान योजना की फर्जी वेबसाइट बनाकर 4000 से ज्यादा लोगों से ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोपियों ने नौकरी के बहाने लोगों से रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर लाखों रुपये की वसूली कर ली.
इस मामले की शिकायत मिलने पर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है.
डीसीपी अन्येश रॉय के मुताबिक 26 मई को नेशनल हेल्थ अथॉरिटी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की तरफ से एक शिकायत साइबर सेल को की गई थी. उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से जालसाजी की जा रही है.
इसमें आयुष मित्र, नर्स और अर्दली की भर्ती निकाली गई है. इसके नाम पर लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं. ऐसी कई शिकायतें उनके पास आ चुकी हैं. इस शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर साइबर सेल ने मामले की छानबीन शुरू कर दी.
टेक्निकल जांच से पकड़े गए आरोपी
टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन से इस वेबसाइट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की गईं. इसके साथ जुड़ा हुआ बैंक अकाउंट भी पता किया गया. उसके साथ जुड़े हुए मोबाइल नंबर और आईपी एड्रेस को खंगाला गया.
इन सभी जानकारियों की मदद से साइबर सेल ने तीन आरोपियों- कुमार रजत सिंह, उमेश शर्मा और गौरव शर्मा को गिरफ्तार किया है. इनके पास से एक लैपटॉप, 4 मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं.
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पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि लोगों को ठगने के लिए उन्होंने आयुष्मान योजना का लाभ उठाया. उन्होंने आयुष्मान योजना ट्रस्ट बनाकर उसके नाम से एक वेबसाइट बनाई.
यह सरकारी वेबसाइट से बिल्कुल मिलती-जुलती थी. इसमें हजारों नौकरियां निकाली गईं. रजिस्ट्रेशन के लिए आरोपी चार से पांच हजार रुपये चार्ज लेते थे. वार्ड ब्वॉय, लैब असिस्टेंट और आयुष मित्र नौकरी के लिए उन्होंने हजारों आवेदन ले लिए थे.
तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ
गिरफ्तार किया गया आरोपी गौरव पहले एक मल्टी नेशनल मार्केटिंग कंपनी में काम करता था. वह लोगों को झांसा देकर इस नौकरी के लिए तैयार करता था. अब तक इस गैंग द्वारा 4000 से ज्यादा लोगों से ठगी करने की बात सामने आई है. पुलिस ने आरोपियों को अदालत के सामने पेश कर रिमांड पर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.