नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा की चार साल पहले प्रधानमंत्री द्वारा किए गए नोटबंदी के फैसले से भारतीय अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है. उन्होंने यह कदम उनके पूंजीवादी दोस्तों की मदद करने के लिए उठाया था.
कांग्रेस पार्टी यह आरोप लगाती आ रही है कि 2016 में किया गया विमुद्रीकरण का फैसला जनता के हित में नहीं है और इससे अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है.
नोटबंदी के विरोध में पार्टी के ऑनलाइन अभियान 'स्पीक अप एगेंस्ट डिमो डिजास्टर' के तहत जारी एक वीडियो में गांधी ने कहा कि सवाल यह है कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था कैसे भारत की अर्थव्यवस्था से 'आगे बढ़' गई, क्योंकि एक समय था जब भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे उच्च प्रदर्शन वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक थी. गांधी ने हिंदी में कहा सरकार कहती है कि इसका कारण कोविड है, लेकिन अगर यह वजह है, तो कोविड बांग्लादेश और विश्व में अन्य जगह भी है. कारण कोविड नहीं है, नोटबंदी और जीएसटी कारण हैं.
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नोटबंदी PM की सोची समझी चाल थी ताकि आम जनता के पैसे से ‘मोदी-मित्र’ पूँजीपतियों का लाखों करोड़ रुपय क़र्ज़ माफ़ किया जा सके।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
ग़लतफ़हमी में मत रहिए- ग़लती हुई नहीं, जानबूझकर की गयी थी।
इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज़ बुलंद कीजिए। #SpeakUpAgainstDeMoDisaster pic.twitter.com/WIcAqXWBqA
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2020
ग़लतफ़हमी में मत रहिए- ग़लती हुई नहीं, जानबूझकर की गयी थी।
इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज़ बुलंद कीजिए। #SpeakUpAgainstDeMoDisaster pic.twitter.com/WIcAqXWBqAनोटबंदी PM की सोची समझी चाल थी ताकि आम जनता के पैसे से ‘मोदी-मित्र’ पूँजीपतियों का लाखों करोड़ रुपय क़र्ज़ माफ़ किया जा सके।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2020
ग़लतफ़हमी में मत रहिए- ग़लती हुई नहीं, जानबूझकर की गयी थी।
इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज़ बुलंद कीजिए। #SpeakUpAgainstDeMoDisaster pic.twitter.com/WIcAqXWBqA
पीएम मोदी पर वार करते हुए राहुल गांधी ने कहा चार साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला शुरू किया था. उन्होंने किसानों, मजदूरों और छोटे दुकानदारों को चोट पहुंचाई. मनमोहन सिंह ने कहा था कि इससे अर्थव्यवस्था दो प्रतिशत गिर जाएगी और यही हमने देखा.
गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उस समय कहा था कि यह काले धन के खिलाफ लड़ाई है, लेकिन ऐसा नहीं था.
उन्होंने कहा, यह झूठ था. हमला आप पर था, मोदी आपके पैसे लेना चाहते थे और अपने दो-तीन कैपिटलिस्ट दोस्तों को देना चाहते थे. आप लाइनों में खड़े थे, न कि उनके कैपिटलिस्ट दोस्त. आपने अपना पैसा बैंकों में डाला और पीएम मोदी में वही पैसा अपने दोस्तों को दे दिया और उनका 3,50,000 करोड़ रुपये का ऋण माफ कर दिया.
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इसके बाद मोदी ने जीएसटी लागू किया जिससे छोटे और मध्यम व्यवसाय बर्बाद हो गए. गांधी ने आरोप लगाया तीन नए कृषि कानूनों को लाकर पीएम मोदी किसानों को लक्षित कर रहे हैं.
गांधी ने कहा मोदी ने भारत के गौरव - इसकी अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है, हमें संयुक्त रूप से भारत का पुनर्निर्माण करना होगा.
बता दें कि कांग्रेस विमुद्रीकरण की चौथी वर्षगांठ विश्वासघात दिवस के रूप में मना रही है.