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अमृतसर सेंट्रल जेल से तीन कैदी फरार, मुख्यमंत्री ने दिए जांच के निर्देश - 3 prisoners escaped from amritsar central jail

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सेंट्रल जेल अमृतसर से तीन कैदियों के भागने पर कमिश्नर जालंधर को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं, साथ ही जेल मंत्री को जेल सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को सस्पेंड करने और पूछताछ के लिए कहा है.

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Published : Feb 2, 2020, 1:38 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 9:29 PM IST

चंडीगढ़ : उच्च सुरक्षा वाले अमृतसर केंद्रीय कारागार के तीन विचाराधीन कैदी जेल तोड़कर भाग गए, जिसके बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्यभर में जेलों की सुरक्षा की समीक्षा करने और उसमें सुधार लाने का आदेश दिया है.

इस मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कमिश्नर जालंधर को सेंट्रल जेल अमृतसर से तीन कैदियों के भागने की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं .

उन्होंने कारागार मंत्री को सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड करने का निर्देश देते हुए और मामेल की जांच के निर्देश दिए हैं.

बलात्कार का एक आरोपी और चोरी तथा डकैती के अन्य दो आरोपी (दोनों भाई) करीब 10 ईंटें हटाकर अपनी बैरक की दीवार तोड़कर शनिवार तथा रविवार की मध्यरात्रि को भाग गए.

आधिकारिक बयान के अनुसार, पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि उन्होंने करीब 16 फुट ऊंची अंदर की दीवार को एक-दूसरे के ऊपर चढ़कर फांदा, जबकि करीब 21 फुट ऊंची बाहर की दीवार को स्टील की एक छड़ और गद्दे के कवर से हुक बनाकर फांदा.

उन्होंने कहा कि अंतत: वे टावर नंबर 10 के पास एक प्वाइंट से जेल परिसर से भाग गए. यह हिस्सा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में नहीं था.

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ कर्मियों पर ग्रेनेड हमला, दो जवान व तीन नागरिक घायल

डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार बाहर से मदद मिलने का कोई सबूत नहीं है. ऐसा लगता है कि बैरक नंबर सात के अहाता नंबर दो में 61 कैदियों में से तीनों ने खुद से भागने की योजना बनाई.

इस बीच, मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं जिसका नेतृत्व जालंधर के आयुक्त करेंगे. सिंह ने जेल मंत्री को जेल सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को निलंबित करने के भी निर्देश दिए हैं.

अधिकारी ने बताया कि उन्होंने एडीजीपी को राज्यभर में जेल की सुरक्षा की समीक्षा करने तथा उसे और मजबूत करने के लिए भी कहा.

उन्होंने बताया कि तीनों की तलाश के लिए राज्यभर में अभियान चलाया गया है.

अधिकारियों ने बताया कि जेल प्रशासन को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बैरक टूटने और कैदियों के दीवार कूदकर भागने के करीब दो घंटे बाद घटना के बारे में तड़के तीन बजकर 20 मिनट पर मालूम चला.

प्राथमिक सूचना के अनुसार, जेल के सुरक्षाकर्मियों को अन्य कैदियों के भागने की आशंका को लेकर चौकन्ना कर दिया गया है। इन कैदियों में भागे कैदी का एक भाई भी शामिल है.

भागने वाले एक कैदी की पहचान अमृतसर, मजीठा रोड की आरा कॉलोनी के 22 वर्षीय विशाल के रूप में हुई है। उसके खिलाफ पिछले साल बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था.

डीजीपी ने कहा कि वह 05-04-2019 को जेल में आया था. अन्य दो भाई हैं जिनकी पहचान चंडीगढ़ रोड, खडूर साहिब, तरनतारन निवासी 34 वर्षीय गुरप्रीत और 25 वर्षीय जरनैल के रूप में हुई है.

उन्होंने बताया कि दोनों भाइयों पर चोरी तथा डकैती का आरोप है और उन्हें पिछले साल जुलाई में जेल में लाया गया था .

डीजीपी ने बताया कि विशाल का भाई गौरव भी उसकी ही बैरक में है, लेकिन वह उनके साथ नहीं भागा.

चंडीगढ़ : उच्च सुरक्षा वाले अमृतसर केंद्रीय कारागार के तीन विचाराधीन कैदी जेल तोड़कर भाग गए, जिसके बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्यभर में जेलों की सुरक्षा की समीक्षा करने और उसमें सुधार लाने का आदेश दिया है.

इस मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कमिश्नर जालंधर को सेंट्रल जेल अमृतसर से तीन कैदियों के भागने की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं .

उन्होंने कारागार मंत्री को सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड करने का निर्देश देते हुए और मामेल की जांच के निर्देश दिए हैं.

बलात्कार का एक आरोपी और चोरी तथा डकैती के अन्य दो आरोपी (दोनों भाई) करीब 10 ईंटें हटाकर अपनी बैरक की दीवार तोड़कर शनिवार तथा रविवार की मध्यरात्रि को भाग गए.

आधिकारिक बयान के अनुसार, पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि उन्होंने करीब 16 फुट ऊंची अंदर की दीवार को एक-दूसरे के ऊपर चढ़कर फांदा, जबकि करीब 21 फुट ऊंची बाहर की दीवार को स्टील की एक छड़ और गद्दे के कवर से हुक बनाकर फांदा.

उन्होंने कहा कि अंतत: वे टावर नंबर 10 के पास एक प्वाइंट से जेल परिसर से भाग गए. यह हिस्सा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में नहीं था.

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ कर्मियों पर ग्रेनेड हमला, दो जवान व तीन नागरिक घायल

डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार बाहर से मदद मिलने का कोई सबूत नहीं है. ऐसा लगता है कि बैरक नंबर सात के अहाता नंबर दो में 61 कैदियों में से तीनों ने खुद से भागने की योजना बनाई.

इस बीच, मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं जिसका नेतृत्व जालंधर के आयुक्त करेंगे. सिंह ने जेल मंत्री को जेल सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को निलंबित करने के भी निर्देश दिए हैं.

अधिकारी ने बताया कि उन्होंने एडीजीपी को राज्यभर में जेल की सुरक्षा की समीक्षा करने तथा उसे और मजबूत करने के लिए भी कहा.

उन्होंने बताया कि तीनों की तलाश के लिए राज्यभर में अभियान चलाया गया है.

अधिकारियों ने बताया कि जेल प्रशासन को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बैरक टूटने और कैदियों के दीवार कूदकर भागने के करीब दो घंटे बाद घटना के बारे में तड़के तीन बजकर 20 मिनट पर मालूम चला.

प्राथमिक सूचना के अनुसार, जेल के सुरक्षाकर्मियों को अन्य कैदियों के भागने की आशंका को लेकर चौकन्ना कर दिया गया है। इन कैदियों में भागे कैदी का एक भाई भी शामिल है.

भागने वाले एक कैदी की पहचान अमृतसर, मजीठा रोड की आरा कॉलोनी के 22 वर्षीय विशाल के रूप में हुई है। उसके खिलाफ पिछले साल बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था.

डीजीपी ने कहा कि वह 05-04-2019 को जेल में आया था. अन्य दो भाई हैं जिनकी पहचान चंडीगढ़ रोड, खडूर साहिब, तरनतारन निवासी 34 वर्षीय गुरप्रीत और 25 वर्षीय जरनैल के रूप में हुई है.

उन्होंने बताया कि दोनों भाइयों पर चोरी तथा डकैती का आरोप है और उन्हें पिछले साल जुलाई में जेल में लाया गया था .

डीजीपी ने बताया कि विशाल का भाई गौरव भी उसकी ही बैरक में है, लेकिन वह उनके साथ नहीं भागा.

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3 prisoners escaped from AMRITSAR central jail



अमृतसर की केंद्रीय जेल की दीवार तोड़ कर 3 हवालाती हुए फरार। रात करीब डेढ़ बजे की बताई जा रही है घटना। भागने वालो की पहचान दो सगे भाई गुरप्रीत सिंह गोपी और जरनैल सिंह के अलावा विशाल शर्मा के रूप में हुई है। 






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Last Updated : Feb 28, 2020, 9:29 PM IST
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