गुवाहाटी : असम में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण 24 जिले के 69 तहसीलो के कुल 2,323 गांव में बाढ़ आई है. इस बाढ़ से 24.19 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने यह जानकारी दी.
असम में आई इस बाढ़ से 1,10,323.54 हेक्टेयर फसल नष्ट हो गई है. राज्य में बाढ़ से पीड़ित लोगों को रहने के लिए 397 राहत शिविर केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 44,498 लोग रह रहे हैं. वहीं पिछले 24 घंटे में दो लोगों की मौत हो गई.
इस बीच मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार देर रात बारिश से क्षतिग्रस्त हुए तटबंध का निरीक्षण किया और बाढ़ से प्रभावित स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की. सोनोवाल ने राज्य में मदद पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ से जान गंवाने वालों के परिजनों को 48 घंटे के भीतर अनुग्रह राशि जारी कर रही है.
उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि मानसून की बारिश से भारी बाढ़ के कारण असम और नेपाल ने 40 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और 189 लोगों की मौत हो गई है. संयुक्त राष्ट्र आवश्यक होने पर भारत सरकार की मदद करने के लिए तैयार है.
सोमवार को ब्रह्मपुत्र में जलस्तर बढ़ने से डिब्रूगढ़ के कई इलाकों में बाढ़ आ गई. सरकार ने राज्य में बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए जिलों में 276 राहत शिविर और 192 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं.
बाढ़ के कारण काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 113 जानवरों की मौत हो गई है. अब तक 140 जानवरों को बचाया गया है.
एनडीआरएफ की एक टीम ने बाढ़ प्रभावित गांव से 56 लोगों को रेस्क्यू किया. टीम ने कोविड 19 महामारी के कारण मास्क, स्क्रीनिंग और अन्य दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सहायता कर रही है.
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एनडीआरएफ गुवाहाटी की पहली बटालियन ने इस दौरान अब तक 1,450 से अधिक स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया है. बाढ़ के कारण एक लाख हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है. एनडीआरएफ के लगभग 12 खोज और बचाव दल असम में जिलों में तैनात हैं.