नई दिल्ली : एक मार्च की शाम राजधानी में हिंसा की अफवाह इस तरह फैली कि कई इलाकों से पुलिस को फोन आने लगे. दिल्ली पुलिस ने उसकी पूरी जानकारी साझा की, जिसमें बताया कि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से कितनी पीसीआर कॉल हुई थी.
दिल्ली पुलिस मुख्यालय ने जारी किए आंकड़े
दिल्ली पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा पीसीआर कॉल पश्चिमी दिल्ली के इलाकों से की गई, जिसमें पुलिस को 481 पीसीआर कॉल मिली. हैरत की बात यह है कि नई दिल्ली जिले से पीसीआर को एक भी कॉल नहीं मिली. दिल्ली पुलिस के अनुसार दक्षिण पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से 413 कॉल पुलिस को किए गए.
द्वारका जिले में भी आंकड़ा पहुंचा 300 के पार
द्वारका जिले से भी पीसीआर को बड़ी संख्या में कॉल की गई और इसका आंकड़ा 300 पार कर गया. इस इलाके से 310 कॉल पुलिस को की गई. वहीं बाहरी दिल्ली के इलाकों में 222 पीसीआर कॉल पुलिस को मिली. इसके बाद नंबर रहा रोहिणी जिले का, जहां से 150 से ज्यादा पीसीआर कॉल पुलिस को की गई. पुलिस के अनुसार यहां कुल 168 कॉल पुलिस को मिली.
उत्तर पूर्वी दिल्ली से मिली तीन कॉल
हिंसा प्रभावित यमुनापार इलाके से पुलिस को ईस्ट, उत्तर पूर्वी और शाहदरा से 12 पीसीआर कॉल मिली. जिसमें हिंसा की बात बताई गई थी. वही धौलाकुआं-दिल्ली कैंट के आसपास के इलाकों की बात करें तो यहां के दक्षिण पश्चिम जिले से पुलिस को 30 कॉल मिली. लेकिन हाई प्रोफाइल कहे जाने वाले दक्षिण दिल्ली इलाके से भी पीसीआर कॉल की संख्या सैकड़ा पार कर गई और यहां से पुलिस को 127 कॉल की गई.
माहौल खराब करने वालों पर की गई कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने बताया कि फेक कॉल, अफरा-तफरी, भगदड़ के बीच पुलिस ने माहौल खराब करने वाले लोगों पर कार्रवाई भी की. उत्तर पश्चिम जिले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया. जबकि दक्षिण दिल्ली में 18 लोगों की गिरफ्तारी हुई. रोहिणी जिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में कुल 40 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
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