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निगरानी में रखे गए केरल, मुंबई, बेंगलुरू और हैदराबाद में चीन से लौटे 11 लोग

चीन में घातक कोरोनोवायरस के संक्रमण से 26 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके चलते हाल के दिनों में चीन से भारत लौटे सैंकड़ों लोगों में से 11 को संक्रमण की जांच के लिए अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है. इनमें से सात केरल में, दो मुंबई में और एक-एक हैदराबाद और बेंगलुरु में हैं. जानें क्या है पूरा मामला...

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चीन में घातक कोरोनोवायरस
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Published : Jan 25, 2020, 11:21 AM IST

Updated : Feb 18, 2020, 8:31 AM IST

दिल्ली /कोच्चि/ मुंबई : चीन से हाल के दिनों में भारत लौटे सैंकड़ों लोगों में से 11 को घातक कोरोनोवायरस से संक्रमण की जांच के लिए अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है. इनमें से सात केरल में, दो मुंबई में और एक-एक हैदराबाद और बेंगलुरु में हैं.

केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन 11 लोगों में मुंबई अस्पताल में निगरानी में रखे गए दो लोग और हैदराबाद तथा बेंगलुरु में रखे गए एक-एक व्यक्ति के मामले नकारात्मक रहे.

केरल में अधिकारियों ने बताया कि 73 लोगों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखी जा रही है कि कहीं ये लोग कोरोनावायरस से तो प्रभावित नहीं हुए हैं. दरअसल चीन में कोरोनावायरस से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो गये हैं.

दिल्ली और मुंबई के अलावा कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि समेत सात अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन और हांगकांग से लौटे 20,000 से अधिक यात्रियों की थर्मल जांच की गई.

दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अलग अलग वार्ड बनाए गए हैं ताकि श्वसन संक्रमण के किसी भी संदिग्ध मामले में उपचार प्रदान किया जा सके.

तिरुवनंतपुरम में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जिलों के राजकीय अस्पतालों में सात लोगों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. राज्य सरकार ने उन लोगों को, जिनकी घरों में निगरानी की जा रही है, सलाह दी है कि वे चीन से आने की तारीख से 28 दिनों तक घरों में ही रहें.

पढ़ें : चीन में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 41 पहुंची

चीन में इस वायरस के कारण 26 लोगों की मौत हो चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार देश में अभी तक इससे संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है.

अधिकारी ने कहा कि 24 जनवरी तक चीन से 96 उड़ानों में आए कुल 20,844 यात्रियों की हवाई अड्डों पर जांच की गई है. उन्होंने बताया कि चीन में भारतीय दूतावास द्वारा उपलब्ध जानकारी के आधार पर, वुहान से हाल ही में लौटे करीब 25 छात्रों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.

मुंबई में अधिकारियों ने बताया कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 19 जनवरी से 1,789 यात्रियों की कोरोनावायरस संक्रमण की जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) हो चुकी है. इनमें से दो यात्रियों को कस्तूरबा अस्पताल में एहतियातन भर्ती कराया गया है.

इस विषाणु से संक्रमण का पहला मामला चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से सामने आया था. चीन में कोरोनावायरस के मद्देनजर बृह्ममुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कस्तूरबा अस्पताल में एक अलग वार्ड बनाया गया है.

बीएमसी में कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मजा केस्कर ने बताया, 'ऐसे लोगों के निदान और उपचार के लिए एक अलग वार्ड बना दिया गया है जिनके कोरोनावायरस से संक्रमित होने की आशंका है.'

केस्कर ने बताया कि निकाय के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चीन से यहां आए दो लोगों को निगरानी में रखा है. उन्हें हल्का जुकाम है और सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण हैं.

उन्होंने बताया कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर नियुक्त डाक्टरों से कहा गया है कि चीन से आने वाले किसी भी यात्री के अगर कोरोनावायरस से संक्रमित होने के लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है.

निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी चीन से लौटे और इस तरह के लक्षण वाले लोगों का पता चलने पर उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है.

दिल्ली /कोच्चि/ मुंबई : चीन से हाल के दिनों में भारत लौटे सैंकड़ों लोगों में से 11 को घातक कोरोनोवायरस से संक्रमण की जांच के लिए अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है. इनमें से सात केरल में, दो मुंबई में और एक-एक हैदराबाद और बेंगलुरु में हैं.

केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन 11 लोगों में मुंबई अस्पताल में निगरानी में रखे गए दो लोग और हैदराबाद तथा बेंगलुरु में रखे गए एक-एक व्यक्ति के मामले नकारात्मक रहे.

केरल में अधिकारियों ने बताया कि 73 लोगों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखी जा रही है कि कहीं ये लोग कोरोनावायरस से तो प्रभावित नहीं हुए हैं. दरअसल चीन में कोरोनावायरस से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो गये हैं.

दिल्ली और मुंबई के अलावा कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि समेत सात अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन और हांगकांग से लौटे 20,000 से अधिक यात्रियों की थर्मल जांच की गई.

दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अलग अलग वार्ड बनाए गए हैं ताकि श्वसन संक्रमण के किसी भी संदिग्ध मामले में उपचार प्रदान किया जा सके.

तिरुवनंतपुरम में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जिलों के राजकीय अस्पतालों में सात लोगों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. राज्य सरकार ने उन लोगों को, जिनकी घरों में निगरानी की जा रही है, सलाह दी है कि वे चीन से आने की तारीख से 28 दिनों तक घरों में ही रहें.

पढ़ें : चीन में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 41 पहुंची

चीन में इस वायरस के कारण 26 लोगों की मौत हो चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार देश में अभी तक इससे संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है.

अधिकारी ने कहा कि 24 जनवरी तक चीन से 96 उड़ानों में आए कुल 20,844 यात्रियों की हवाई अड्डों पर जांच की गई है. उन्होंने बताया कि चीन में भारतीय दूतावास द्वारा उपलब्ध जानकारी के आधार पर, वुहान से हाल ही में लौटे करीब 25 छात्रों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.

मुंबई में अधिकारियों ने बताया कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 19 जनवरी से 1,789 यात्रियों की कोरोनावायरस संक्रमण की जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) हो चुकी है. इनमें से दो यात्रियों को कस्तूरबा अस्पताल में एहतियातन भर्ती कराया गया है.

इस विषाणु से संक्रमण का पहला मामला चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से सामने आया था. चीन में कोरोनावायरस के मद्देनजर बृह्ममुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कस्तूरबा अस्पताल में एक अलग वार्ड बनाया गया है.

बीएमसी में कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मजा केस्कर ने बताया, 'ऐसे लोगों के निदान और उपचार के लिए एक अलग वार्ड बना दिया गया है जिनके कोरोनावायरस से संक्रमित होने की आशंका है.'

केस्कर ने बताया कि निकाय के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चीन से यहां आए दो लोगों को निगरानी में रखा है. उन्हें हल्का जुकाम है और सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण हैं.

उन्होंने बताया कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर नियुक्त डाक्टरों से कहा गया है कि चीन से आने वाले किसी भी यात्री के अगर कोरोनावायरस से संक्रमित होने के लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है.

निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी चीन से लौटे और इस तरह के लक्षण वाले लोगों का पता चलने पर उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है.

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केरल, मुंबई, बेंगलुरू व हैदराबाद में चीन से लौटे 11 लोग निगरानी में

दिल्ली /कोच्चि/ मुंबई, 24 जनवरी (भाषा) चीन से हाल के दिनों में भारत लौटे सैंकड़ों लोगों में से 11 को घातक कोरोनोवायरस से संक्रमण की जांच के लिए अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है। इनमें से सात केरल में, दो मुंबई में और एक-एक हैदराबाद और बेंगलुरु में हैं।



केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।



केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन 11 लोगों में मुंबई अस्पताल में निगरानी में रखे गए दो लोग और हैदराबाद तथा बेंगलुरु में रखे गए एक-एक व्यक्ति के मामले नकारात्मक रहे।



केरल में अधिकारियों ने बताया कि 73 लोगों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखी जा रही है कि कहीं ये लोग कोरोनावायरस से तो प्रभावित नहीं हुए हैं। दरअसल चीन में कोरोनावायरस से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो गये हैं।



दिल्ली और मुंबई के अलावा कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि समेत सात अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन और हांगकांग से लौटे 20,000 से अधिक यात्रियों की थर्मल जांच की गयी।



दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अलग अलग वार्ड बनाए गए हैं ताकि श्वसन संक्रमण के किसी भी संदिग्ध मामले में उपचार प्रदान किया जा सके।



तिरुवनंतपुरम में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जिलों के राजकीय अस्पतालों में सात लोगों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।



राज्य सरकार ने उन लोगों को, जिनकी घरों में निगरानी की जा रही है, सलाह दी है कि वे चीन से आने की तारीख से 28 दिनों तक घरों में ही रहें।



चीन में इस वायरस के कारण 26 लोगों की मौत हो चुकी है।



केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार देश में अभी तक इससे संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है।



अधिकारी ने कहा कि 24 जनवरी तक चीन से 96 उड़ानों में आए कुल 20,844 यात्रियों की हवाई अड्डों पर जांच की गयी है।



उन्होंने बताया कि चीन में भारतीय दूतावास द्वारा उपलब्ध जानकारी के आधार पर, वुहान से हाल ही में लौटे करीब 25 छात्रों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।



मुंबई में अधिकारियों ने बताया कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 19 जनवरी से 1,789 यात्रियों की कोरोनावायरस संक्रमण की जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) हो चुकी है। इनमें से दो यात्रियों को कस्तूरबा अस्पताल में एहतियातन भर्ती कराया गया है।



इस विषाणु से संक्रमण का पहला मामला चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से सामने आया था।



चीन में कोरोनावायरस के मद्देनजर बृह्ममुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कस्तूरबा अस्पताल में एक अलग वार्ड बनाया गया है।



बीएमसी में कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मजा केस्कर ने बताया, ‘‘ऐसे लोगों के निदान और उपचार के लिए एक अलग वार्ड बना दिया गया है जिनके कोरोनावायरस से संक्रमित होने की आशंका है।’’



केस्कर ने बताया कि निकाय के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चीन से यहां आए दो लोगों को निगरानी में रखा है। उन्हें हल्का जुकाम है और सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण हैं।



उन्होंने बताया कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर नियुक्त डाक्टरों से कहा गया है कि चीन से आने वाले किसी भी यात्री के अगर कोरोनावायरस से संक्रमित होने के लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है।



निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी चीन से लौटे और इस तरह के लक्षण वाले लोगों का पता चलने पर उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है।


Conclusion:
Last Updated : Feb 18, 2020, 8:31 AM IST
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