हैदराबाद : कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इससे टीकाकरण की मांग बहुत बढ़ गई है. वर्तमान में केवल 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और स्वास्थ्य कर्मियों को ही कोविड का टीका लगाया जा रहा है.
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल जल्द से जल्द 'कोवैक्सिन' के उत्पादन को बढ़ाने के लिए काम कर रही है. अपने संयंत्रों में उत्पादन बढ़ाने के अलावा, वह अन्य कंपनियों के संयंत्रों में भी इस टीके के उत्पादन की योजना बना रही है.
रूस का RDIF दुनियाभर के विभिन्न देशों में स्पुतनिक वी वैक्सीन की आपूर्ति करने के लिए हमारे देश में फार्मा / बायोटेक कंपनियों के साथ विनिर्माण समझौतों पर हस्ताक्षर कर रहा है. उसी तरह, भारत बायोटेक भी अपनी वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने की कोशिश कर रही है. यह पता चला है कि भारत बायोटेक दिल्ली में स्थित एक घरेलू कंपनी, Panacea बायोटेक के साथ चर्चा कर रही है. अगर दोनों कंपनियों के बीच समझौता होता है तो कोवैक्सिन का उत्पादन भारत बायोटेक के साथ-साथ Panacea बायोटेक द्वारा भी किया जाएगा. इससे भारत बायोटेक की वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ेगी.
70 करोड़ खुराक का लक्ष्य
वर्तमान में, कोवैक्सिन का उत्पादन भारत बायोटेक द्वारा हैदराबाद में स्थित जीनोम वैली में उसके संयंत्र में किया जा रहा है. यहां, भारत बायोटेक में BSL-3 मानकों की विनिर्माण सुविधाओं के साथ 2 इकाइयां हैं.
कंपनी वैक्सीन के उत्पादन के लिए बैंगलोर में एक और इकाई तैयार कर रही है. अगर कोवैक्सिन उत्पादन वहां शुरू होता है, तो कंपनी एक साल में 70 करोड़ वैक्सीन की आपूर्ति कर पाएगी.
हालांकि, भारत बायोटेक घरेलू बाजार के साथ ही अन्य बाजारों से टीकों की मांग को देखते हुए विनिर्माण को और बढ़ाना चाहती है. इसलिए अन्य कंपनियों के साथ विनिर्माण समझौतों पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं.
मेक्सिको ने कोवैक्सिन की अनुमति दी
मेक्सिको ने कोवैक्सिन को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति देदी है. मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एबरार्ड ने ट्वीट किया कि मेक्सिको के ड्रग रेगुलेटर कोफ्रीस ने इस संबंध में निर्णय की घोषणा की है. जिम्बाब्वे और नेपाल पहले ही यह अनुमति देदी थी.