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बेंगलुरु के IISc में तैयार हो रही वैक्सीन, 30 डिग्री तापमान में हो सकेगी स्टोर

देश के आईटी हब बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) में जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ ऐसी वैक्सीन तैयार की जा रही है, जिसे कमरे के 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में आसानी से रखा (Store) जा सकता है.

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Published : May 14, 2021, 3:25 PM IST

Updated : May 14, 2021, 5:48 PM IST

कोरोना वायरस
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बेंगलुरु : देश के आईटी हब बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) में जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ ऐसी वैक्सीन तैयार की जा रही है, जिसे कमरे के 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में आसानी से संग्रहित (Store) किया जा सकता है. और यह देश में विकट रूप ले रही कोरोना महामारी के खिलाफ एक सफल और प्रभावी कदम होगा.

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने गुरुवार को आईआईसीएससी के डायरेक्टर गोविंदन रंगाराजन के साथ बातचीत के बाद यह बातें कही. स्वास्थ्य मंत्री ने अपने बयान में कहा है कि जनता के स्वास्थ्य के लिहाज से यह वैक्सीन बहुत अहम होगी, क्योंकि सरकार देशभर में इसका वितरण बहुत तेजी से कर सकेगी.

कोरोना वायरस के खिलाफ नई वैक्सीन के निर्माण पर बातचीत

ये भी पढ़ें : टीकों का पर्याप्त उत्पादन नहीं हो रहा तो क्या खुद को फांसी लगा लें : केंद्रीय मंत्री

उन्होंने आगे बताया, आईआईएससी में वैक्सीन होनहार वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की जा रही है और इसका परिणाम भारत में मौजूदा वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा प्रभावी साबित होगा.

सुनिए क्या कहा

वहीं, बातचीत के दौरान आईआईएससी के प्रोफेसर गोविंदन रंगराजन ने मंत्री को वैज्ञानिकों द्वारा किए जा रहे विभिन्न शोधों के बारे में भी अवगत कराया, जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का एक कुशल डिजाइन भी शामिल है.

बता दें, आईआईएससी के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए इस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की क्षमता 10 एलपीएम (Liters Per Minute) है.

ये भी पढ़ें : जब 92 वर्षीय बुजुर्ग के साथ परिवार के छह सदस्याें ने दी काेराेना काे मात

संस्थान के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कंसंट्रेटर का ऑक्सीजन आउटपुट 90 फीसदी है और इसलिए यह चीन के कंसंट्रेटर से अधिक प्रभावी है, क्योंकि चीन के कंसंट्रेंटर का ऑक्सीजन आउटपुट 40 से 45 फीसदी है. बैंगलोर मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय ​​सत्यापन के लिए इस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का परीक्षण किया जा रहा है.

बेंगलुरु : देश के आईटी हब बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) में जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ ऐसी वैक्सीन तैयार की जा रही है, जिसे कमरे के 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में आसानी से संग्रहित (Store) किया जा सकता है. और यह देश में विकट रूप ले रही कोरोना महामारी के खिलाफ एक सफल और प्रभावी कदम होगा.

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने गुरुवार को आईआईसीएससी के डायरेक्टर गोविंदन रंगाराजन के साथ बातचीत के बाद यह बातें कही. स्वास्थ्य मंत्री ने अपने बयान में कहा है कि जनता के स्वास्थ्य के लिहाज से यह वैक्सीन बहुत अहम होगी, क्योंकि सरकार देशभर में इसका वितरण बहुत तेजी से कर सकेगी.

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उन्होंने आगे बताया, आईआईएससी में वैक्सीन होनहार वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की जा रही है और इसका परिणाम भारत में मौजूदा वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा प्रभावी साबित होगा.

सुनिए क्या कहा

वहीं, बातचीत के दौरान आईआईएससी के प्रोफेसर गोविंदन रंगराजन ने मंत्री को वैज्ञानिकों द्वारा किए जा रहे विभिन्न शोधों के बारे में भी अवगत कराया, जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का एक कुशल डिजाइन भी शामिल है.

बता दें, आईआईएससी के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए इस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की क्षमता 10 एलपीएम (Liters Per Minute) है.

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संस्थान के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कंसंट्रेटर का ऑक्सीजन आउटपुट 90 फीसदी है और इसलिए यह चीन के कंसंट्रेटर से अधिक प्रभावी है, क्योंकि चीन के कंसंट्रेंटर का ऑक्सीजन आउटपुट 40 से 45 फीसदी है. बैंगलोर मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय ​​सत्यापन के लिए इस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का परीक्षण किया जा रहा है.

Last Updated : May 14, 2021, 5:48 PM IST
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