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सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक पर बैन, पेय पदार्थ कंपनियां तलाश रहीं प्लास्टिक स्ट्रॉ का विकल्प

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Published : Jun 29, 2022, 12:33 PM IST

Updated : Jun 29, 2022, 1:20 PM IST

सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक पर बैन शुक्रवार से लागू हो जाएगा. इसे देखते हुए जूस और मिल्कशेक जैसे पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियां भी इस नियम के पालन को लेकर कवायद में जुट गयी है.

Ban on single use of plastic, beverage companies looking for an alternative to straw
सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक पर बैन, पेय पदार्थ कंपनियां तलाश रहीं स्ट्रॉ का विकल्प

नई दिल्ली: पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार का सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक पर बैन का फैसला शुक्रवार से लागू होने जा रहा है. सरकार के कड़े तेवर को देखते हुए जूस और मिल्कशेक जैसे पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियां भी इस नये नियम के पालन के प्रयास में जुट गयी है.

सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक पर बैन शुक्रवार से लागू हो जाएगा. इसी को देखते हुए मिल्कशेक, जूस जैसे पेय पदार्थों के निर्माता अपने उत्पादों के लिए विशेष प्रकार के स्ट्रॉ की व्यवस्था में जुटे हैं. वर्तमान में जूस और मिल्कशेक पीने के लिए बने स्ट्रॉ प्लास्टिक के होते हैं. प्लास्टिक के स्ट्रॉ का विकल्प फिलहाल निकाल लिया गया है.

इसकी जगह कागज के स्ट्रॉ का इस्तेमाल किया जाएगा. हालांकि, इसकी कीमत अधिक बतायी जा रही है. जानकारों का कहना है कि कागज के स्ट्रॉ बायोडिग्रेडेबल होंगे. कई कंपनियां कागज के स्ट्रॉ की जगह अन्य दूसरे विकल्पों की तलाश में भी जुटी हैं.

ये भी पढ़ें- DGCI ने 7 से 12 साल के बच्चों के लिए कोवोवैक्स को दी मंजूरी

पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की ओर से जोरदार पैरवी के बीच सरकार ने प्रतिबंध में देरी करने से इनकार कर किया है. प्रतिबंध को फिलहाल स्थगित करने की इच्छा रखते हुए कंपनियों की ओर से तर्क दिया गया था कि भारत में पेपर स्ट्रॉ की आपूर्ति कम है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 4 साल पहले सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने की शपथ ली थी. इसके बाद अब एक जुलाई से इस नियम का पूरी तरह से पालन किया जाएगा.

नई दिल्ली: पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार का सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक पर बैन का फैसला शुक्रवार से लागू होने जा रहा है. सरकार के कड़े तेवर को देखते हुए जूस और मिल्कशेक जैसे पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियां भी इस नये नियम के पालन के प्रयास में जुट गयी है.

सिंगल यूज ऑफ प्लास्टिक पर बैन शुक्रवार से लागू हो जाएगा. इसी को देखते हुए मिल्कशेक, जूस जैसे पेय पदार्थों के निर्माता अपने उत्पादों के लिए विशेष प्रकार के स्ट्रॉ की व्यवस्था में जुटे हैं. वर्तमान में जूस और मिल्कशेक पीने के लिए बने स्ट्रॉ प्लास्टिक के होते हैं. प्लास्टिक के स्ट्रॉ का विकल्प फिलहाल निकाल लिया गया है.

इसकी जगह कागज के स्ट्रॉ का इस्तेमाल किया जाएगा. हालांकि, इसकी कीमत अधिक बतायी जा रही है. जानकारों का कहना है कि कागज के स्ट्रॉ बायोडिग्रेडेबल होंगे. कई कंपनियां कागज के स्ट्रॉ की जगह अन्य दूसरे विकल्पों की तलाश में भी जुटी हैं.

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पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की ओर से जोरदार पैरवी के बीच सरकार ने प्रतिबंध में देरी करने से इनकार कर किया है. प्रतिबंध को फिलहाल स्थगित करने की इच्छा रखते हुए कंपनियों की ओर से तर्क दिया गया था कि भारत में पेपर स्ट्रॉ की आपूर्ति कम है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 4 साल पहले सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने की शपथ ली थी. इसके बाद अब एक जुलाई से इस नियम का पूरी तरह से पालन किया जाएगा.

Last Updated : Jun 29, 2022, 1:20 PM IST
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