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अगर हिंदू, मुसलमान के पूर्वज एक हैं तो RSS और BJP उन्हें अपना क्यों नहीं समझती : मायावती - Lucknow uttar pradesh

प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मायावती ने दलित और ब्राह्मण का कार्ड तो खेला ही साथ ही उन्होंने हिंदूओं और मुसलमानों को लेकर आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा. मायावती ने आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए उनसे सवाल किया, अगर अगर भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक जैसे हैं तो आरएसएस और उनकी बीजेपी मुसलमान को गोद लिया हुआ क्यों समझते हैं.

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Published : Sep 7, 2021, 12:55 PM IST

Updated : Sep 8, 2021, 9:27 AM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में लगी हैं. राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती आज (मंगलवार) विधानसभा चुनाव 2022 फतह करने की रणनीति बनाने के लिए लखनऊ में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान दलित और ब्राह्मण समाज पर बात की. कार्यक्रम में मायावती के संबोधन से पहले जय श्री राम और जय परशुराम के नारे भी लगे.

मायावती ने आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए उनसे सवाल किया, अगर अगर भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक जैसे हैं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उनकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुसलमानों को गोद लिया हुआ क्यों समझते हैं.

बता दें कि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा था कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय नागरिक 'हिंदू' है.

मायावती का बयान

मायावती ने कहा दलित वर्ग के लोगों पर शुरू से गर्व रहा है कि उन्होंने बिना गुमराह और बहकावे में आए कठिन से कठिन दौर में भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा. ये लोग मज़बूत चट्टान की तरह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं. उम्मीद है कि BSP से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग इनकी तरह आगे कभी गुमराह नहीं होंगे.

इस दौरान मायावती ने प्रबुद्ध वर्ग के लोगों का धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध वर्ग के लोगों पर बसपा को गर्व है. मायावती ने कहा कि हर स्तर पर ब्राह्मण समाज का शोषण होता है. BSP से जुड़े लोग गुमराह नहीं होंगे, ब्राह्मण समाज भी किसी के बहकावे में न आए, हम उनको निराश नहीं होने देंगे. SP, BJP की सोच पूंजीवादी है, BSP की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता है.

मायावती ने कहा कि बसपा को 2007 की तरह पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता. पिछले कुछ वर्षों में चाहे सपा की सरकार रही हो या फिर भाजपा की ब्राह्मणों, दलितों,गरीबों का शोषण हुआ है.

मायावती ने कहा कि BSP से जुड़े लोग गुमराह नहीं होंगे, ब्राह्मण समाज भी किसी के बहकावे में ना आए, हम उनको निराश नहीं होने देंगे. SP, BJP की सोच पूंजीवादी है, BSP की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता है. इस बार बीएसपी 2007 वाली जीत दोहराएगी. बीजेपी भी BSP की नकल में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रही है. BSP की तर्ज पर भाजपा भी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और महिला सम्मेलन आयोजित करने में जुट गई है.

मायावती ने कहा कि पहले चरण के बाद दूसरे चरण में महिला कार्यकर्ताओं को भी प्रबुद्ध वर्ग के लिए तैयार किया जाएगा. BSP सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की सोच वाली पार्टी है. हमारी पार्टी ने दूसरी पार्टियों की तरह कभी भी हवा हवाई बातें नहीं की है. मेरे शासन में खास करके खाली पड़े सभी पदों को भरा गया था. बीएसपी की सरकार में किसी भी जाति धर्म के साथ भेदभाव नहीं किया गया.

बीएसपी ये वादा करती है की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज का पूरा ख्याल रखा जाएगा उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और जो भी गलत कार्रवाई की गई है. इनके खिलाफ उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी. जिन अधिकारियों को दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैं आह्वान करती हूं अपने सभी कार्यकर्ताओं का सभी नेताओं का कि सभी विधानसभा में जाकर ब्राह्मणों को युद्ध स्तर पर अपने साथ जोड़ें.

इसे भी पढ़ें-शिक्षक पर्व सम्मेलन में पीएम मोदी बोले- नये संकल्प ले रहा है नया भारत

उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ता तैयार करने हैं. बनाने हैं और इसके लिए हमारे कार्यकर्ताओं को जुटना होगा. साथ-साथ ब्राह्मणों में महिला कार्यकर्ताओं को तैयार किया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी हमने सतीश चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा को दी है. ब्राह्मणों के साथ-साथ क्षत्रिय और ओबीसी समाज को भी हमें साथ लेकर चलना है और उन्हें जोड़ना है.

पढ़ें : बसपा का मिशन 2022 : सत्ता के लिए 'ब्राह्मण पूजन' करेंगी मायावती, आज से शंखनाद

बसपा को 2007 की तरह पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता. पिछले कुछ वर्षों में चाहे सपा की सरकार रही हो या फिर भाजपा की ब्राह्मणों, दलितों,गरीबों का शोषण हुआ है. बसपा का प्रबुद्ध सम्मेलन सफल रहा है हालांकि बीजेपी ने इस सम्मेलन को रोकने के लिए साम-दाम-दंड-भेद सब इस्तेमाल किए. मायावती ने कहा कि संघ और बीजेपी मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों करती है. हर स्तर पर ब्राह्मण समाज का शोषण होता है.

प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मायावती के अलावा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे. गौरतलब हैं कि बहुजन समाज पार्टी 22 जुलाई से प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी का आयोजन कर रही हैं, जिसके पहले चरण का समापन आज हो रहा है.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में लगी हैं. राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती आज (मंगलवार) विधानसभा चुनाव 2022 फतह करने की रणनीति बनाने के लिए लखनऊ में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान दलित और ब्राह्मण समाज पर बात की. कार्यक्रम में मायावती के संबोधन से पहले जय श्री राम और जय परशुराम के नारे भी लगे.

मायावती ने आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए उनसे सवाल किया, अगर अगर भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक जैसे हैं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उनकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुसलमानों को गोद लिया हुआ क्यों समझते हैं.

बता दें कि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा था कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय नागरिक 'हिंदू' है.

मायावती का बयान

मायावती ने कहा दलित वर्ग के लोगों पर शुरू से गर्व रहा है कि उन्होंने बिना गुमराह और बहकावे में आए कठिन से कठिन दौर में भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा. ये लोग मज़बूत चट्टान की तरह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं. उम्मीद है कि BSP से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग इनकी तरह आगे कभी गुमराह नहीं होंगे.

इस दौरान मायावती ने प्रबुद्ध वर्ग के लोगों का धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध वर्ग के लोगों पर बसपा को गर्व है. मायावती ने कहा कि हर स्तर पर ब्राह्मण समाज का शोषण होता है. BSP से जुड़े लोग गुमराह नहीं होंगे, ब्राह्मण समाज भी किसी के बहकावे में न आए, हम उनको निराश नहीं होने देंगे. SP, BJP की सोच पूंजीवादी है, BSP की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता है.

मायावती ने कहा कि बसपा को 2007 की तरह पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता. पिछले कुछ वर्षों में चाहे सपा की सरकार रही हो या फिर भाजपा की ब्राह्मणों, दलितों,गरीबों का शोषण हुआ है.

मायावती ने कहा कि BSP से जुड़े लोग गुमराह नहीं होंगे, ब्राह्मण समाज भी किसी के बहकावे में ना आए, हम उनको निराश नहीं होने देंगे. SP, BJP की सोच पूंजीवादी है, BSP की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता है. इस बार बीएसपी 2007 वाली जीत दोहराएगी. बीजेपी भी BSP की नकल में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रही है. BSP की तर्ज पर भाजपा भी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और महिला सम्मेलन आयोजित करने में जुट गई है.

मायावती ने कहा कि पहले चरण के बाद दूसरे चरण में महिला कार्यकर्ताओं को भी प्रबुद्ध वर्ग के लिए तैयार किया जाएगा. BSP सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की सोच वाली पार्टी है. हमारी पार्टी ने दूसरी पार्टियों की तरह कभी भी हवा हवाई बातें नहीं की है. मेरे शासन में खास करके खाली पड़े सभी पदों को भरा गया था. बीएसपी की सरकार में किसी भी जाति धर्म के साथ भेदभाव नहीं किया गया.

बीएसपी ये वादा करती है की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज का पूरा ख्याल रखा जाएगा उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और जो भी गलत कार्रवाई की गई है. इनके खिलाफ उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी. जिन अधिकारियों को दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैं आह्वान करती हूं अपने सभी कार्यकर्ताओं का सभी नेताओं का कि सभी विधानसभा में जाकर ब्राह्मणों को युद्ध स्तर पर अपने साथ जोड़ें.

इसे भी पढ़ें-शिक्षक पर्व सम्मेलन में पीएम मोदी बोले- नये संकल्प ले रहा है नया भारत

उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ता तैयार करने हैं. बनाने हैं और इसके लिए हमारे कार्यकर्ताओं को जुटना होगा. साथ-साथ ब्राह्मणों में महिला कार्यकर्ताओं को तैयार किया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी हमने सतीश चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा को दी है. ब्राह्मणों के साथ-साथ क्षत्रिय और ओबीसी समाज को भी हमें साथ लेकर चलना है और उन्हें जोड़ना है.

पढ़ें : बसपा का मिशन 2022 : सत्ता के लिए 'ब्राह्मण पूजन' करेंगी मायावती, आज से शंखनाद

बसपा को 2007 की तरह पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता. पिछले कुछ वर्षों में चाहे सपा की सरकार रही हो या फिर भाजपा की ब्राह्मणों, दलितों,गरीबों का शोषण हुआ है. बसपा का प्रबुद्ध सम्मेलन सफल रहा है हालांकि बीजेपी ने इस सम्मेलन को रोकने के लिए साम-दाम-दंड-भेद सब इस्तेमाल किए. मायावती ने कहा कि संघ और बीजेपी मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों करती है. हर स्तर पर ब्राह्मण समाज का शोषण होता है.

प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मायावती के अलावा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे. गौरतलब हैं कि बहुजन समाज पार्टी 22 जुलाई से प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी का आयोजन कर रही हैं, जिसके पहले चरण का समापन आज हो रहा है.

Last Updated : Sep 8, 2021, 9:27 AM IST
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