पटना: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर आज से बिहार दौरे पर हैं. पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार के लोगों का हृदय बहुत बड़ा है. उन्होंने कहा कि मैं हिंदू-मुस्लिम नहीं करते हैं, वह तो सिर्फ हिंदू-हिंदू करते हैं. बाबा आज ही दोपहर बाद नौबतपुर स्थित तरेत पाली मठ में बने आयोजन स्थल पर पहुंचेंगे. जहां धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हनुमंत कथा वाचन का कार्यक्रम तय है. बाबा के आगमन के चर्चा के साथ ही उनका विरोध शुरू हो गया था. मंत्री तेज प्रताप यादव ने तो यहां तक कह चुके हैं कि उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा. बाबा के आगमन को देखते हुए पटना एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.
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"बिहार हमारी आत्मा है. यहां आकर हमें बहुत अच्छा लग रहा है. हम बिहार में लोगों को प्रेम करने आए हैं. अब बिहार में बहार आएगी. जिस तरह से लोगों ने हमारा स्वागत किया है, उसके लिए हम सभी का आभार व्यक्त करते हैं. सभी लोगों से निवेदन है कि वह हनुमंत कथा सुनने जरूर आएं"- पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, कथा वाचक
क्या है सुरक्षा की तैयारीः बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. वैसे सारी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन के जिम्मे है. फिर भी भारी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए विशेष और अतिरक्त बल की तैनाती की गई है. इस बारे में एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने एसओपी भी जारी कर दिया है. फुलवारी, बिक्रम, दानापुर और बिहटा थाने को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही बीएमी की दो कंपनी सुरक्षा में तैनात होगी. इसके अलावा 200 अतिरिक्त ट्रैफिक बल तैनात होंगे.
17 मई तक चलेगा कार्यक्रमः बागेश्वर बाबा का कार्यक्रम 13 से 17 मई तक है. हर दिन संध्या 4 बजे से 7 बजे तक हनुमंत कथा वाचन किया जाएगा. 13 मई को जलाहरण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी. 15 मई को बाबा का दरबार लगेगा और इस दिन ही लोगों की पर्ची निकाली जाएगी. हर दिन भजन संध्या के साथ प्रसाद का वितरण किया जाएगा. इसके अलावा हनुमत कथा सुनने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था भी की गई है. यहां आने वाले महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था है. 13 से 17 मई तक करीबन 15 लाख लोगों के आने की संभावना जताई गई है. आयोजकों के अनुसार हर दिन करीब दो से तीन लाख श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचेंगे.
आयोजन स्थल की तैयारीः हनुमंत कथा सुनने आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या में आने की संभावना को देखते हुए 3 लाख स्क्वायर फीट में पंडाल बनकर तैयार है. इसमें एक साथ दो से तीन लाख श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था है. यहां इनके रहने और खाने की भी व्यवस्था की जाएगी. आयोजन स्थल पर जर्मन टेक्नोलॉजी का पंडाल बनाया गया है. इस पर धूप और बारिश का असर नहीं होगा. वहीं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भारी संख्या में वॉलेंटियर भी मौजूद होंगे. करीब 15 हजार वॉलेंटियर लोगों की सहायता के लिए तैनात रहेंगे.
बागेश्वर बाबा को लेकर क्या है राजनीतिः सबसे पहले विवाद बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम के लिए गांधी मैदान में अनुमति नहीं देने से शुरू हुआ था. बागेश्वर बाबा के आगमन को लेकर शुरू से ही आरजेडी विरोध जता रही है. सबसे पहले तेजप्रताप यादव ने उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोकने की धमकी दी है. इसके बाद तेजप्रताप ने उनके कार्यक्रम को रोकने के लिए अपनी एक निजी सेना तैयार करने की बात भी बताई थी. इसके अलावा आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उन्हें जेल में डालने की बात कही थी. इस पर बीजेपी के नेताओं ने भी पलटवार किया और महागठबंधन और राजद के लोगों को तुष्टिकरण की राजनीति करने वाला और सनातन विरोधी तक कहा.