नई दिल्ली : खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून ने अपनी जान लेने की नाकाम कोशिश को 'अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद' और अमेरिकी संप्रभुता के लिए खतरा बताते हुए गुरुवार को कहा कि वह अमेरिकी सरकार को इसका जवाब देने देंगे.
न्यूयॉर्क स्थित पन्नून की टिप्पणी फाइनेंशियल टाइम्स की उस रिपोर्ट के एक दिन बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका में अधिकारियों ने उनकी हत्या की साजिश को विफल कर दिया और इस साजिश में शामिल होने की चिंताओं पर भारत को चेतावनी जारी की.
अमेरिकी और कनाडाई नागरिक पन्नून ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा, "अमेरिकी धरती पर भारतीय एजेंटों द्वारा मेरे जीवन पर किया गया असफल प्रयास अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद है, जो अमेरिकी संप्रभुता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए खतरा है। मैं अमेरिकी सरकार को इस खतरे का जवाब देने दूंगा."
टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जून में सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद अमेरिका ने अपने कुछ सहयोगियों को साजिश के बारे में सूचित किया था. सितंबर में, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि नई दिल्ली को निज्जर की मौत से जोड़ने वाले "विश्वसनीय आरोप" थे.
प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के कानूनी वकील ने कहा कि समूह "पंजाब को आजाद कराने के लिए रेफरेंडम का इस्तेमाल कर रहा है. जबकि, भारत खालिस्तान जनमत संग्रह को रोकने के लिए गोलियों का इस्तेमाल कर रहा है."
उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका ध्यान अपने जीवन के खतरों पर नहीं बल्कि 28 जनवरी को सैन फ्रांसिस्को से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह के अमेरिकी चरण को आयोजित करने पर है.
पन्नून को मारने की कथित साजिश की रिपोर्ट, खालिस्तान समर्थक नेता के 1 दिसंबर को कनाडा के टोरंटो और वैंकूवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर एयर इंडिया की उड़ानों को "घेरने" के आह्वान के साथ मेल खाती है.
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