कछार (असम) : असम के कछार जिले में मदरसे में जिहाद का पाठ पढ़ाने के आरोप में एक मौलाना को गिरफ्तार किया गया है. घटना के बारे में बताया जाता है कि कछार जिले के सोनाई थाने में एक अभिभावक ने मदरसे में जिहाद का पाठ पढ़ाने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी. इसमें मदरसे के प्रमुख मौलाना पर आरोप लगाए गए थे. घटना स्वाधीन बाजार इस्लामिया सीनियर मदरसा की बताई गई है. इस बारे में बताया गया कि 9 मार्च को एक छात्र शाहीन खान ने इस्लामिक शिक्षा के लिए मदरसे में दाखिला लिया. शाहीन के पिता साहब उद्दीन खान ने आरोप लगाया कि मदरसे में भर्ती होने के बाद से उसके बेटे की मानसिक स्थिति बदलने लगी थी. शाहीन सामान्य रूप से चल फिर भी नहीं सकता था.
उन्होंने आरोप लगाया कि 19 अक्टूबर को मदरसे के प्रमुख मौलाना ने बच्चे को पीटा और एक घर में बंद कर दिया. फिर अगले दिन शाहीन को मदरसे में लाया गया और उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. हालांकि मदरसे के अधिकारियों ने मामले को सुलझाने का वादा किया था लेकिन शाहीन के पिता ने करीब 20 दिनों के बाद 11 नवंबर को सोनई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा दी.
वहीं छात्र शाहीन खान का आरोप है कि मदरसे के प्रमुख मौलाना ने जिहाद का पाठ पढ़ाने की कोशिश की. उसने कहा कि जिहादी सबक न लेने पर मौलाना ने उसकी पिटाई भी की. दूसरी तरफ मदरसा अधिकारियों ने इसके विपरीत बयान दिया है. उनके मुताबिक शाहीन नियमित रूप से मदरसे नहीं आता है. वह अक्सर हॉस्टल के नियम-कायदों को भी तोड़ता है, इस वजह से प्रमुख मौलाना ने उसे चेतावनी देने के साथ पिटाई कर दी थी.बाद में, मदरसा अधिकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि शाहीन के पिता ने प्रमुख मौलाना से घटना को छुपाने के लिए 1 लाख रुपये की मांग की. मदरसा अधिकारियों ने कहा कि शाहीन के पिता ने करीब 20 दिन बाद जिहादियों के नाम पर झूठे आरोप लगाकर रुपये नहीं देने का मामला दर्ज कराया है.
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