गुवाहाटी : कांग्रेस समेत असम के 11 राजनीतिक दलों के नेताओं ने असम के लिए परिसीमन से जुड़े मसौदे पर सवाल खड़े करते हुए शुक्रवार को यहां प्रदर्शन किया. इन नेताओं ने यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात भी की. खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि असम में परिसीमन ऐसा होना चाहिए जिसकी व्यापक स्वीकार्यता हो और राजनीतिक दलों की सहमति भी हो.
असम में निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया को रोके जाने की मांग करते हुए विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचा, लेकिन वह चुनाव आयोग से मिलकर अपनी शिकायत नहीं रख सका. फलस्वरूप यह नेता चुनाव आयोग के कार्यालत के सामने ही विरोध प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान इन नेताओं ने बीजेपी और चुनाव आयोग को 'भाई-भाई' कहकर निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण को रोकने की मांग को लेकर हंगामा किया.
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा, विपक्ष के नेता देब्रत सैकिया और उनके डिप्टी रॉकीबुल हुसैन, सांसद गौरव गोगोई और अन्य कांग्रेस नेताओं और विधायकों सहित असम कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया. प्रदर्शन करने वालों में सांसद अजीत भुइयां, रायजोर दल के अध्यक्ष और विधायक अखिल गोगोई, विधायक मनोरंजन तालुकदार और वाम दलों के प्रतिनिधियों भी शामिल थे.
हालांकि दिल्ली में मौजूद आप असम नेतृत्व ने विरोध प्रदर्शन से दूरी बनाए रखने का फैसला किया है. बता दें कि निर्वाचन आयोग ने गत 20 जून को असम के लिए परिसीमन मसौदा दस्तावेज जारी किया था जिसके तहत पूर्वोत्तर राज्य में विधानसभा सीट की संख्या 126 और लोकसभा सीट की संख्या 14 पर बरकरार रखने का प्रस्ताव दिया गया है. आधिकारिक बयान के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने प्रस्ताव दिया है कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा सीट को आठ से बढ़ाकर नौ और अनुसूचित जनजाति की सीट को 16 से बढ़ाकर 19 किया जाए.
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(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)