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Assam Flood : बाढ़ ने बर्बाद की हजारों की एकड़ की खड़ी फसल, गुवाहाटी में सब्जियों की कीमतें छू रही आसमान

असम में बाढ़ का असर अब उन इलाकों में भी दिखने लगा है जो पानी में डूबे हुए नहीं हैं. बाढ़ के कारण किसानों की खड़ी फसल खराब हो गई. जिससे राज्य भर में सब्जियों के उत्पादन और वितरण पर असर पड़ा है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jun 25, 2023, 10:07 AM IST

Updated : Jun 25, 2023, 11:34 AM IST

बाढ़ ने बर्बाद की हजारों की एकड़ की खड़ी फसल

गुवाहाटी : असम में भीषण बाढ़ के कारण गुवाहाटी बाजार में सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं. जिससे लोगों को फल और सब्जियों के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है. बाढ़ की स्थिति के कारण 19 जिलों के लगभग 4.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में, 10782.80 हेक्टेयर फसल भूमि बाढ़ के पानी में डूबी हुई है. जिसके परिणामस्वरूप बड़ी मात्रा में खड़ी फसल नष्ट हो गई है. बाढ़ ने आपूर्ति श्रृंखला को भी बाधित कर दिया है. जिसके परिणामस्वरूप लगातार दो सप्ताह तक सब्जियों की कीमत में वृद्धि हुई है.

ASSAM FLOOD REPORT
नलबाड़ी में बाढ़ की स्थिति.

पिछले 24 घंटों में, नलबाड़ी जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिससे जिले में मरने वालों की संख्या दो हो गई है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, अकेले बजाली जिले में लगभग 2.67 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद नलबाड़ी में 80061 लोग, बारपेटा में 73233 लोग, लखीमपुर में 22577 लोग, दरांग में 14583 लोग प्रभावित बताये जाते हैं. इसके अलावा तामुलपुर में 14180 लोग, बक्सा में 7282 लोग और गोलपारा जिले में 4750 लोग प्रभावित हैं.

ASSAM FLOOD REPORT
बाढ़ में डूबे कई गांव

90,000 किसान परिवार प्रभावित : असम सरकार की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, बजाली, बक्सा, बारपेटा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, तामुलपुर और उदलगुरी जिलों के 54 राजस्व मंडलों के अंतर्गत 1538 गांव प्रभावित हुए हैं. करीब 90,000 किसान परिवार प्रभावित हुए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दरांग जिले में सबसे ज्यादा 5244 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित है.

RAW
जलमग्न क्षेत्र से इस तरह से निकल रहे हैं लोग.

किसानों को भारी नुकसान हुआ : दरांग जिले के 323 गांवों के 31,725 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इसी तरह, धूबरी में 1984.18 हेक्टेयर, कोकराजहर में 911.54 हेक्टेयर, बक्सा में 866.36 हेक्टेयर, बोंगैगांव में 544.50 हेक्टेयर, चिरान्ट में 196 हेक्टेयर, चिरांग में 120 हेक्टेयर, उदलगुड़ी में 568 हेक्टेयर और लखीमपुर में 315 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गई है. इसके अलावा कई अन्य जिलों में भी कमोबेश कृषि भूमि बाढ़ की चपेट में आ गई है. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. कृषि विभाग के अनुसार, बाढ़ से 1083.80 हेक्टेयर आहू और बोरो चावल की खेती प्रभावित हुई है.

  • #WATCH | Flood situation in Assam's Nalbari remains grim as water level rises following incessant rainfall.

    Nearly 4.89 lakh people in 19 districts have been affected due to flood situation. pic.twitter.com/IQuhSeHZGo

    — ANI (@ANI) June 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ग्रीष्मकालीन दलहन की फसल भी जलभराव से क्षतिग्रस्त : इसी तरह, 71.50 हेक्टेयर भूमि पर नियमित आहू धान की खेती, 4314 हेक्टेयर भूमि पर बाओ-शाली धान के साथ-साथ शाली धान के बीज भी बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा 362 हेक्टेयर भूमि पर ग्रीष्मकालीन मक्के की खेती, 26 हेक्टेयर भूमि पर रबी फसल मक्के की खेती और 164 हेक्टेयर भूमि पर तेलहन की खेती बाढ़ से प्रभावित हुई है. इस बीच, 435.75 हेक्टेयर भूमि पर ग्रीष्मकालीन दलहन की फसल भी जलभराव से क्षतिग्रस्त हो गई.

आंकड़ों के मुताबिक, बाढ़ से 2,295 हेक्टेयर में जूट, 141.20 हेक्टेयर में गन्ना, 228 हेक्टेयर में रबी सब्जियां, 2178 हेक्टेयर में खरीफ सब्जियां और 44.60 हेक्टेयर में मसाला फसलें बर्बाद हो गई हैं. इसके साथ ही 61.20 हेक्टेयर भूमि पर फलों की खेती को भी नुकसान हुआ है. वहीं बक्सा में 9105, बिस्वनाथ में 3236, बोंगाईगांव में 5321, चिरांग में 120, दरांग में 31,725, धेमाजी में 58, धुबरी में 9088, डिब्रूगढ़ में 1439, गोलाघाट में 431, होजाई में 504, कामरूप में 67 किसानों को नुकसान होने की सूचना है.

2,135 किसान परिवार प्रभावित हुए : इसके अलावा कोकराझार में 9277, लखीमपुर में 3552 किसान परिवार, माजुली में 136, नगांव में 62, नलबाड़ी में 7388, सोनितपुर में 2782 और उदलगुरी में 2,135 किसान परिवार प्रभावित हुए हैं. मूसलाधार बारिश के बाद, ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर जोरहाट जिले के नेमाटीघाट और धुबरी में खतरे के स्तर के निशान से ऊपर बह रहा है. मानस नदी एनएच रोड क्रॉसिंग पर, पगलाडिया नदी एनटी रोड क्रॉसिंग पर और एनएच रोड क्रॉसिंग पर पुथिमारी नदी.

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जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित 14 जिलों में 140 राहत शिविर और 75 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं. इन राहत शिविरों में 35142 लोगों ने शरण ली है. दूसरी ओर, कई अन्य लोगों ने सड़कों, ऊंचे इलाकों और तटबंधों पर शरण ली है. एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 427474 घरेलू जानवर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं और नागरिक सुरक्षा कर्मी विभिन्न बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव अभियान में लगे हुए हैं. दूसरी ओर, पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी ने 1 तटबंध को तोड़ दिया और 14 अन्य तटबंधों, 213 सड़कों, 14 पुलों, कई कृषि बांधों, स्कूल भवनों, सिंचाई नहरों और पुलियों को क्षतिग्रस्त कर दिया.

(एएनआई)

बाढ़ ने बर्बाद की हजारों की एकड़ की खड़ी फसल

गुवाहाटी : असम में भीषण बाढ़ के कारण गुवाहाटी बाजार में सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं. जिससे लोगों को फल और सब्जियों के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है. बाढ़ की स्थिति के कारण 19 जिलों के लगभग 4.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में, 10782.80 हेक्टेयर फसल भूमि बाढ़ के पानी में डूबी हुई है. जिसके परिणामस्वरूप बड़ी मात्रा में खड़ी फसल नष्ट हो गई है. बाढ़ ने आपूर्ति श्रृंखला को भी बाधित कर दिया है. जिसके परिणामस्वरूप लगातार दो सप्ताह तक सब्जियों की कीमत में वृद्धि हुई है.

ASSAM FLOOD REPORT
नलबाड़ी में बाढ़ की स्थिति.

पिछले 24 घंटों में, नलबाड़ी जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिससे जिले में मरने वालों की संख्या दो हो गई है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, अकेले बजाली जिले में लगभग 2.67 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद नलबाड़ी में 80061 लोग, बारपेटा में 73233 लोग, लखीमपुर में 22577 लोग, दरांग में 14583 लोग प्रभावित बताये जाते हैं. इसके अलावा तामुलपुर में 14180 लोग, बक्सा में 7282 लोग और गोलपारा जिले में 4750 लोग प्रभावित हैं.

ASSAM FLOOD REPORT
बाढ़ में डूबे कई गांव

90,000 किसान परिवार प्रभावित : असम सरकार की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, बजाली, बक्सा, बारपेटा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, तामुलपुर और उदलगुरी जिलों के 54 राजस्व मंडलों के अंतर्गत 1538 गांव प्रभावित हुए हैं. करीब 90,000 किसान परिवार प्रभावित हुए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दरांग जिले में सबसे ज्यादा 5244 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित है.

RAW
जलमग्न क्षेत्र से इस तरह से निकल रहे हैं लोग.

किसानों को भारी नुकसान हुआ : दरांग जिले के 323 गांवों के 31,725 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इसी तरह, धूबरी में 1984.18 हेक्टेयर, कोकराजहर में 911.54 हेक्टेयर, बक्सा में 866.36 हेक्टेयर, बोंगैगांव में 544.50 हेक्टेयर, चिरान्ट में 196 हेक्टेयर, चिरांग में 120 हेक्टेयर, उदलगुड़ी में 568 हेक्टेयर और लखीमपुर में 315 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गई है. इसके अलावा कई अन्य जिलों में भी कमोबेश कृषि भूमि बाढ़ की चपेट में आ गई है. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. कृषि विभाग के अनुसार, बाढ़ से 1083.80 हेक्टेयर आहू और बोरो चावल की खेती प्रभावित हुई है.

  • #WATCH | Flood situation in Assam's Nalbari remains grim as water level rises following incessant rainfall.

    Nearly 4.89 lakh people in 19 districts have been affected due to flood situation. pic.twitter.com/IQuhSeHZGo

    — ANI (@ANI) June 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ग्रीष्मकालीन दलहन की फसल भी जलभराव से क्षतिग्रस्त : इसी तरह, 71.50 हेक्टेयर भूमि पर नियमित आहू धान की खेती, 4314 हेक्टेयर भूमि पर बाओ-शाली धान के साथ-साथ शाली धान के बीज भी बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा 362 हेक्टेयर भूमि पर ग्रीष्मकालीन मक्के की खेती, 26 हेक्टेयर भूमि पर रबी फसल मक्के की खेती और 164 हेक्टेयर भूमि पर तेलहन की खेती बाढ़ से प्रभावित हुई है. इस बीच, 435.75 हेक्टेयर भूमि पर ग्रीष्मकालीन दलहन की फसल भी जलभराव से क्षतिग्रस्त हो गई.

आंकड़ों के मुताबिक, बाढ़ से 2,295 हेक्टेयर में जूट, 141.20 हेक्टेयर में गन्ना, 228 हेक्टेयर में रबी सब्जियां, 2178 हेक्टेयर में खरीफ सब्जियां और 44.60 हेक्टेयर में मसाला फसलें बर्बाद हो गई हैं. इसके साथ ही 61.20 हेक्टेयर भूमि पर फलों की खेती को भी नुकसान हुआ है. वहीं बक्सा में 9105, बिस्वनाथ में 3236, बोंगाईगांव में 5321, चिरांग में 120, दरांग में 31,725, धेमाजी में 58, धुबरी में 9088, डिब्रूगढ़ में 1439, गोलाघाट में 431, होजाई में 504, कामरूप में 67 किसानों को नुकसान होने की सूचना है.

2,135 किसान परिवार प्रभावित हुए : इसके अलावा कोकराझार में 9277, लखीमपुर में 3552 किसान परिवार, माजुली में 136, नगांव में 62, नलबाड़ी में 7388, सोनितपुर में 2782 और उदलगुरी में 2,135 किसान परिवार प्रभावित हुए हैं. मूसलाधार बारिश के बाद, ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर जोरहाट जिले के नेमाटीघाट और धुबरी में खतरे के स्तर के निशान से ऊपर बह रहा है. मानस नदी एनएच रोड क्रॉसिंग पर, पगलाडिया नदी एनटी रोड क्रॉसिंग पर और एनएच रोड क्रॉसिंग पर पुथिमारी नदी.

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जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित 14 जिलों में 140 राहत शिविर और 75 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं. इन राहत शिविरों में 35142 लोगों ने शरण ली है. दूसरी ओर, कई अन्य लोगों ने सड़कों, ऊंचे इलाकों और तटबंधों पर शरण ली है. एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 427474 घरेलू जानवर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं और नागरिक सुरक्षा कर्मी विभिन्न बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव अभियान में लगे हुए हैं. दूसरी ओर, पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी ने 1 तटबंध को तोड़ दिया और 14 अन्य तटबंधों, 213 सड़कों, 14 पुलों, कई कृषि बांधों, स्कूल भवनों, सिंचाई नहरों और पुलियों को क्षतिग्रस्त कर दिया.

(एएनआई)

Last Updated : Jun 25, 2023, 11:34 AM IST
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