ETV Bharat / bharat

असम-मिजोरम सीमा पर दो महिला अधिकारी भी लड़ रहीं लड़ाई, जानें कैसे

असम पुलिस और कमांडो फोर्स के साथ ये दोनों महिला अधिकारी क्षेत्र के लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए लैलापुर और आसपास के इलाकों में नियमित रूप से गश्त कर रही हैं. 26 जुलाई की हिंसा के बाद से सीमा पर तैनात बल हथियारों, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर, बुलेटप्रूफ वाहनों आदि से लैस हैं.

कछार जिले में पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर और उपायुक्त कीर्ति जली को किया गया नियुक्त
कछार जिले में पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर और उपायुक्त कीर्ति जली को किया गया नियुक्त
author img

By

Published : Aug 3, 2021, 1:07 PM IST

Updated : Aug 3, 2021, 3:28 PM IST

गुवाहाटी: असम और मिजोरम के बीच 26 जुलाई को सीमा विवाद को लेकर हिंसक झड़पें हुईं थी. इस झड़प में छह असम पुलिसकर्मियों और एक नागरिक की मौत हुई थी. जिसके बाद असम की हिमंत बिस्वा सरकार ने कछार जिले में पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर और उपायुक्त कीर्ति जली को वहां नियुक्त किया है. बता दें, कछार जिला मिजोरम के कोलासिब जिले की सीमा के पास है.

हालांकि, अभी किसी भी तरह की ताजा हिंसा की रिपोर्ट नहीं आई है. लेकिन असम-मिजोरम सीमा पर तनाव जारी है. लैलापुर की घटना के बाद असम पुलिस ने सीमा से अपने पुलिस बल को वापस बुला लिया है. यह वही जगह है, जहां मिजोरम पुलिस द्वारा असम पुलिस के 6 जवानों की हत्या की गई थी. इसके विपरीत मिजोरम पुलिस अभी भी सीमा पर तैनात है.

असम-मिजोरम सीमा पर दो महिला अधिकारी भी लड़ रहीं लड़ाई

इससे इतर असम पुलिस और कमांडो फोर्स के साथ ये दोनों महिला अधिकारी क्षेत्र के लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए लैलापुर और आसपास के इलाकों में नियमित रूप से गश्त कर रही हैं. 26 जुलाई की हिंसा के बाद से सीमा पर तैनात बल हथियारों, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर, बुलेटप्रूफ वाहनों आदि से लैस हैं.

पढ़ें: मेरी गिरफ्तारी से यदि मिजोरम के साथ शांति स्थापित होने मे मदद मिलती है तो इसके लिए तैयार हूं : सरमा

दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद 26 जुलाई को तब और बढ़ गया जब कछार प्रशासन के एक दल पर मिजोरम पुलिस ने हमला कर दिया था, जो लैलापुर में अंतर्राज्यीय सीमा क्षेत्रों का दौरा करने गया था. इस घटना में असम पुलिस के 6 जवान और एक नागरिक की मौत हो गई थी.

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने इस हिंसा को लेकर सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि राज्य की एक इंच जमीन पर भी किसी का कब्जा नहीं होने देंगे. इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि अगर मिजोरम पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी दोनों राज्यों के बीच शांति स्थापित करने में मददगार साबित होती है तो वह इसके लिए तैयार हैं. सरमा ने वार्ता के जरिए एक समाधान निकालने का समर्थन किया. सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि मिजोरम पुलिस के किसी समन से बचने के लिए वह जमानत नहीं मांगेंगे.

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने भी दोनों राज्यों के बीच तनाव को कम करने के लिए असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ टेलीफोन पर बात की है.

असम के साथ सीमा पर हिंसक संघर्ष के बीच मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने कहा है कि पूर्वोत्तर भारत हमेशा एक रहेगा. असम ने अपने नागरिकों को मिजोरम नहीं जाने की सलाह दी है.

पढ़ें: पूर्वोत्तर और भारत हमेशा एक ही रहेंगे: मुख्यमंत्री जोरामथांगा

वहीं, मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने एक अधिसूचना को ट्विटर पर साझा करते हुए कहा है कि असम के कछार जिले के साथ लगते मिजोरम के कोलासिब जिले में राज्य के अनिवासी व्यक्तियों की आवाजाही पर कोई पाबंदी नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने यह भी ट्वीट किया कि पूर्वोत्तर भारत हमेशा एक रहेगा.

गुवाहाटी: असम और मिजोरम के बीच 26 जुलाई को सीमा विवाद को लेकर हिंसक झड़पें हुईं थी. इस झड़प में छह असम पुलिसकर्मियों और एक नागरिक की मौत हुई थी. जिसके बाद असम की हिमंत बिस्वा सरकार ने कछार जिले में पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर और उपायुक्त कीर्ति जली को वहां नियुक्त किया है. बता दें, कछार जिला मिजोरम के कोलासिब जिले की सीमा के पास है.

हालांकि, अभी किसी भी तरह की ताजा हिंसा की रिपोर्ट नहीं आई है. लेकिन असम-मिजोरम सीमा पर तनाव जारी है. लैलापुर की घटना के बाद असम पुलिस ने सीमा से अपने पुलिस बल को वापस बुला लिया है. यह वही जगह है, जहां मिजोरम पुलिस द्वारा असम पुलिस के 6 जवानों की हत्या की गई थी. इसके विपरीत मिजोरम पुलिस अभी भी सीमा पर तैनात है.

असम-मिजोरम सीमा पर दो महिला अधिकारी भी लड़ रहीं लड़ाई

इससे इतर असम पुलिस और कमांडो फोर्स के साथ ये दोनों महिला अधिकारी क्षेत्र के लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए लैलापुर और आसपास के इलाकों में नियमित रूप से गश्त कर रही हैं. 26 जुलाई की हिंसा के बाद से सीमा पर तैनात बल हथियारों, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर, बुलेटप्रूफ वाहनों आदि से लैस हैं.

पढ़ें: मेरी गिरफ्तारी से यदि मिजोरम के साथ शांति स्थापित होने मे मदद मिलती है तो इसके लिए तैयार हूं : सरमा

दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद 26 जुलाई को तब और बढ़ गया जब कछार प्रशासन के एक दल पर मिजोरम पुलिस ने हमला कर दिया था, जो लैलापुर में अंतर्राज्यीय सीमा क्षेत्रों का दौरा करने गया था. इस घटना में असम पुलिस के 6 जवान और एक नागरिक की मौत हो गई थी.

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने इस हिंसा को लेकर सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि राज्य की एक इंच जमीन पर भी किसी का कब्जा नहीं होने देंगे. इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि अगर मिजोरम पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी दोनों राज्यों के बीच शांति स्थापित करने में मददगार साबित होती है तो वह इसके लिए तैयार हैं. सरमा ने वार्ता के जरिए एक समाधान निकालने का समर्थन किया. सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि मिजोरम पुलिस के किसी समन से बचने के लिए वह जमानत नहीं मांगेंगे.

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने भी दोनों राज्यों के बीच तनाव को कम करने के लिए असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ टेलीफोन पर बात की है.

असम के साथ सीमा पर हिंसक संघर्ष के बीच मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने कहा है कि पूर्वोत्तर भारत हमेशा एक रहेगा. असम ने अपने नागरिकों को मिजोरम नहीं जाने की सलाह दी है.

पढ़ें: पूर्वोत्तर और भारत हमेशा एक ही रहेंगे: मुख्यमंत्री जोरामथांगा

वहीं, मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने एक अधिसूचना को ट्विटर पर साझा करते हुए कहा है कि असम के कछार जिले के साथ लगते मिजोरम के कोलासिब जिले में राज्य के अनिवासी व्यक्तियों की आवाजाही पर कोई पाबंदी नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने यह भी ट्वीट किया कि पूर्वोत्तर भारत हमेशा एक रहेगा.

Last Updated : Aug 3, 2021, 3:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.