गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों की बेहतर शिक्षा एवं कौशल विकास के लिए अभिभावकों को हर महीने 3,500 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएगी.
सरमा ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि जिन बच्चों के परिवार में देखभाल करने वाला कोई नहीं है, उन्हें आवासीय विद्यालयों या संस्थानों में भेजा जाएगा और इसका खर्च सरकार उठाएगी.
उन्होंने कहा कि महामारी के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले ऐसे बच्चों को व्यावसायिक अथवा कौशल आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि उनकी आजीविका सुनिश्चित हो सके.
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के सात साल पूरे होने के मौके पर रविवार को ऐसे बच्चों के लिए 'मुख्यमंत्री शिशु सेवा योजना' की शुरुआत की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा, 'विवाह योग्य लड़कियां जिनके माता-पिता की मृत्यु हाे गई है. सरकार उनकी शादी के लिए एकमुश्त वित्तीय पैकेज प्रदान करेगी.
इतना ही नहीं स्कूल और कॉलेज जाने वाले लड़के-लड़कियों को भी उनकी पढ़ाई के लिए लैपटॉप या टैबलेट दिए जाएंगे.
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उन्होंने कहा कि ऐसे प्रभावित युवक-युवतियों के लिए सरकार व्यावसायिक प्रशिक्षण की भी व्यवस्था करेगी.