करनाल: इस साल चीन में आयोजित एशियन गेम्स में हरियाणा के खिलाड़ी दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं और देश के लिए एक के बाद एक मेडल जीतकर गौरवान्वित कर रहे हैं. बीते सोमवार को 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल टीम ने देश को कांस्य पदक दिलाया है. जिसके बाद शुक्रवार को करनाल पहुंचे अनीश बनवाला का जोरदार स्वागत किया गया. अनीश के घर पर मिठाइयां खिलाकर जश्न मनाया गया है और घर पर लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
हरियाणा पहुंचे अनीश यादव के चेहरे पर मेडल की चमक साफ देखी जा सकती है. लेकिन इस खुशी के पीछे अनीश की कठोर मेहनत और तप है. जिसकी वजह से उनके परिजन तो गौरवान्वित महसूस कर ही रहे हैं साथ ही देश को भी होनहार खिलाड़ी पर गर्व है. अनीश के साथ फरीदाबाद और पंजाब के खिलाड़ी भी मौजूद थे.
ईटीवी भारत की टीम से बातचीत के दौरान अनीश बनवाला ने कहा कि वह मेंटली फीट रहने के लिए योग और आध्यात्म में ध्यान लगाते हैं. अनीश दिन में करीब 8 से 9 घंटे की प्रैक्टिस करता है. अनीश की टारगेट ओलंपिक का टिकट लेना है. वहीं, मां ने अनीश के बचपन से लेकर उसकी शरारतों का जिक्र भी किया. बहन के साथ अनीश की खट्टी-मिट्ठी नोकझोंक होती रहती है.
अनीश ने कई टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल भी जीते हैं. इसके अलावा, सिल्वर मेडल भी अपने नाम किए हैं. वहीं, पिता ने अपने बेटे के लिए करनाल से फरीदाबाद में शिफ्ट होने का फैसला लिया. ताकि बेटा दिल्ली से ट्रेनिंग ले सके और अपने भविष्य को संवार सके. अनीश ने बताया कि वह कभी दिल्ली तो कभी जर्मनी में भी ट्रेनिंग लेते हैं.
अनीश ने एशियाई गेम्स जीतने के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से भी मुलाकात की है. अनुराग ठाकुर ने अनीश व अन्य खिलाड़ियों को बधाई दी है साथ ही कैश प्राइज भी दिया गया है. जिससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ सके. वहीं, अनीश का परिवार सरकार से अपील कर रही है कि शूटिंग रेंज अच्छे वाली करनाल या उसके आसपास भी होनी चाहिए ताकि और बच्चे भी इस गेम में आगे बढ़ सके. अनीश और उनके परिवार को करनाल छोड़कर दिल्ली एनसीआर जाना पड़ा. वैसे किसी और बच्चों को अपना घर छोड़कर न जाना पड़े.