मुंबई : स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े को आर्यन केस से हटाया गया है. हालांकि, वह मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक बने रहेंगे. बता दें कि वानखेड़े, क्रूज़ मादक पदार्थ मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे थे, जिस मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था. एनसीबी की ओर से बताया गया है कि आर्यन समेत कुल छह मामले की जांच दिल्ली के अधिकारी करेंगे.
इस मामले पर एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े का कहना है कि आर्यन मामले से मुझे जांच से नहीं हटाया गया है. मैंने खुद इस मामले को लेकर अदालत में याचिका दायर की थी, कि इस मामले की जांच दिल्ली हेड ऑफिस के अधिकारी से करवाई जाए. इसलिए आर्यन मामले और समीर खान मामले की जांच दिल्ली एनसीबी की एसआईटी करेगी. यह दिल्ली और मुंबई की एनसीबी टीमों के बीच एक समन्वय है.
एनसीबी अधिकारी मुथा अशोक जैन ने कहा कि हमारे जोन के कुल 6 मामलों की अब दिल्ली की टीमें (एनसीबी की) जांच करेंगी, जिसमें आर्यन खान का मामला और 5 अन्य मामले शामिल हैं. यह एक प्रशासनिक निर्णय है.
यह तो बस शुरुआत है : नवाब मलिक
वहीं एनसीपी नेता नवाब मलिक ने ट्वीट कर एक बार फिर से हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया कि समीर वानखेड़े को आर्यन खान मामले सहित पांच मामलों से हटा दिया गया. कुल 26 मामले हैं, जिनकी जांच की जरूरत है. यह तो बस शुरुआत है. इस व्यवस्था को साफ करने के लिए और भी बहुत कुछ करने की जरुरत है और हम इसे करेंगे. हालांकि, वानखेड़े ने मलिक के इस दावे को खारिज किया है.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि समीर वानखेड़े का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था. मलिक का कहना है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा पास करने के बाद आरक्षण के तहत नौकरी पाने के लिए वानखेड़े ने अनुसूचित जाति श्रेणी के प्रमाणपत्र सहित कई फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. हालांकि वानखेड़े ने सभी आरोपों को खारिज किया है.
वानखेड़े और मुंबई इकाई के कई अधिकारियों पर यह भी आरोप है कि उन्होंने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी. एनसीबी ने इन आरोपों की सतर्कता जांच के आदेश दिए हैं.
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राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर ने रविवार को वानखेड़े के समर्थन में सामने आते हुए कहा था कि अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं और अपने विभाग को गौरवान्वित कर रहे हैं, लेकिन एक मंत्री उनके तथा उनके परिवार के सदस्यों पर निजी हमले कर रहे हैं. हलदर, वानखेड़े के मुंबई स्थित आवास भी पहुंचे थे.