ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा से पास स्थित दूरदराज के एक गांव में ब्रोक्पा (चरवाहे) समुदाय के 16 लोगों को टीका लगाने के लिए अधिकारियों के एक दल ने दो पर्वत चोटियों, घने जंगल, दलदली रास्ते और एक नदी से होते हुए नौ घंटे का सफर तय किया.
तवांग जिले के उपायुक्त सांग फुंत्सोक के नेतृत्व में दल के सदस्यों ने पैदल और वाहन पर चलते हुए रास्ता तय किया और चरवाहों को टीका लगाने पहुंचे. जिले के थिंगबु और लुगथांग के बीच स्थित डोमसांग गांव में 21 मई को विशेष टीकाकरण अभियान चलाया गया था, जिसमें यह चरवाहे छूट गए थे.
तवांग के उपायुक्त और जिला परिषद् के अध्यक्ष लेकी गोम्बु ने सोमवार को व्यक्तिगत रूप से डोमसांग में टीकाकरण शिविर का मुआयना किया, जो कि समुद्र तल से 14,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. तवांग के आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. यात्रा रविवार को सुबह सात बजकर 15 मिनट पर आरंभ हुई और दल, न्यूकतेंग चोटी, नहछोट चोटी और लुगथांग नदी पार कर शाम साढ़े पांच बजे गांव तक पहुंचा.
यह भी पढ़ें- अरुणाचल प्रदेश : 18-44 आयु वर्ग को कोरोना टीका लगने में होगी देर
अगली सुबह उपायुक्त ने क्षेत्र के विकास की समीक्षा के लिए गांव वालों के साथ एक बैठक की. ग्रामीणों ने भी गांव में पहली बार एक उपायुक्त और जिला परिषद् अध्यक्ष के आने की सराहना की. बैठक के बाद उन 16 चरवाहों को टीका लगाया गया, जो छूट गए थे.
(पीटीआई भाषा)