जेमिथांग: अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के जेमिथांग में गुरुवार को होने वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन से पहले सीएम पेमा खांडू ने चीन को कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि चीन को अपनी हद में रहने की हिदायत दी है. बता दें हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों का नाम बदलने का प्रयास किया था. इसको लेकर सीएम खांडू ने चीन का सख्त लहजे में चेतावनी दी है.
अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के जेमिथांग के गोरसम स्तूप में नालंदा बौद्ध परंपरा पर गुरुवार को दो दिवसीय वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे. उससे पहले मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने जेमिथांग पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया है. सीएम खांडू ने कहा कि असम में बौद्ध आबादी का एक बड़ा हिस्सा है और यह गर्व की बात है कि बौद्ध समाज ने धार्मिक उत्साह के साथ अपनी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखा है.
खांडू ने कहा कि आप सभी लोग जानते हैं कि जेमीथांग अंतिम भारतीय सीमा है, जिसके माध्यम से परम पावन 14वें दलाई लामा ने साल 1959 में भारत में प्रवेश किया था. उस दृष्टि से यहां सम्मेलन का आयोजन महत्वपूर्ण है.
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अरुणाचल में जेमिथांग भारत-चीन सीमा पर भारत का आखिरी गांव है. दिसंबर 2022 में तवांग सेक्टर में एलएसी पर चीनी सैनिकों की भारतीय सेना के साथ झड़प हुई थी. इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि चीनी सैनिकों ने एलएसी पर भारतीय सीमा में दाखिल होने का प्रयास किया, जिसे भारतीय सैन्य बलों सफलतापूर्वक विफल कर दिया.