रायपुर : एक अप्रैल से जहां एक ओर लोगों की जेब पर बड़ा असर पड़ने वाला है. वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में बेरोजगारों के लिए बल्ले-बल्ले होने वाली है. क्योंकि इस दिन से प्रदेश में बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन भरने शुरु हो जाएंगे. लेकिन अब भी बेरोजगारी भत्ते को लेकर कुछ लोगों के पास जानकारी नहीं है.लिहाजा वो रोजगार पंजीयन कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं.
ऐसे में हमारा ये लेख उनकी मदद कर सकता है. यदि छत्तीसगढ़ में आपका पंजीयन दो साल पुराना है तो समझ लिजिए कि आपकी दो साल के लिए लॉटरी लग चुकी है. क्योंकि इस योजना में सीधा फंडा ये है कि, जिनका पंजीयन दो साल पुराना होगा उन्हें ही भत्ता मिलेगा.उससे कम वालों या नए पंजीयन वालों का कोई चांस नहीं है.आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे बेरोजगारी भत्ता पा सकते हैं.
कैसे करें आवेदन : सभी जिले के ग्रामीण और नगरीय इलाकों में रजिस्ट्रेशन सेंटर बनाए गए हैं. सभी रजिस्ट्रेशन सेंटर में टीम नियुक्त की गई है. आवेदन करने वालों को छत्तीसगढ़ का मूल निवासी होना जरूरी है. 1 अप्रैल को उम्र 18 वर्ष से 35 वर्ष तक होनी चाहिए. 12 वीं की परीक्षा पास लोग ही आवेदन कर सकते हैं. खुद की आय का कोई स्त्रोत नहीं होना चाहिए. परिवार के सभी सोर्स की मिलाकर वार्षिक आय 2 लाख 50 हजार रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. जिला रोजगार एवं मार्गदर्शन केंद्र में 2साल पुराना रजिस्ट्रेशन होना चाहिए. 1 अप्रैल 2021 के बाद के नए रजिस्ट्रेशन वाले आवेदन नहीं कर सकते हैं. वेबसाइट https://berojgaribhatta.cg.nic.in/PrintEmplCard.aspx पर खुद ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. ऑफलाइन आवेदन नहीं लिए जाएंगे.
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अप्रैल में किसी भी दिन किए आवेदन पर मिलेगा भत्ता : सीएम भूपेश बघेल ने इस बाबत एक ट्वीट कर लिखा है कि," छत्तीसगढ़ के शिक्षित युवाओं को 1 अप्रैल से 2500 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने का आदेश जारी किया गया है. पंजीयन में सुगमता के लिए यह निर्णय लिया गया है कि, अप्रैल माह में किसी भी दिन किए गये आवेदनों पर, घोषणा अनुसार, भत्ता 1 अप्रैल से ही देय होगा. आशा है यह भत्ता हमारे युवाओं के स्वावलंबन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा."
सीएम ने आगे लिखा कि" हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ के महाविद्यालयों- विश्वविद्यालयों की सीटों में वृद्धि भी की है. यूनिवर्सिटी और कॉलेज में रोजगारपरक सिलेबस लॉन्च किया गया है. इसके लिए ई पंजीयन योजना के तहत पंजीयन कराया जा रहा है". इसके जरिए बघेल सरकार का दावा है कि ''जो युवा बेरोजगार हैं. उन्हें हम अपने वादे के अनुसार बेरोजगारी भत्ता देने जा रहे हैं. यह एक अप्रैल से शुरू हो रहा है.''
बीजेपी का आरोप, युवाओं को छला गया : वहीं बेरोजगारी भत्ता को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव की माने तो '' छत्तीसगढ़ में 18 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार हैं. लेकिन शासन की शर्तों के कारण लगभग 50 हजार लोग ही भत्ते के पात्र होंगे. जो सरकार की गंदी मानसिकता को दिखाता है. बेरोजगार आवेदन दें या ना दें वे इस असमंजस में हैं. भूपेश सरकार तमाम अव्यवहारिक नियम लगाकर अधिकतम बेरोजगारों को भत्ता नहीं देना चाहती है. जैसे रोजगार कार्यालय में 2 वर्ष का पंजीयन, परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख से कम, परिवार में कोई सरकारी नौकरी न करता हो, परिवार में किसी को 10 हजार रु की पेंशन ना मिलती हो, 2 एकड़ में से कम कृषि भूमि हो, कैंपस प्लेसमेंट में भाग लेने और निजी कंपनी में रोजगार का ऑफर स्वीकार नहीं करना. साथ ही एक परिवार से एक व्यक्ति को बेरोजगारी भत्ता मिलेगा".इन नियमों के कारण बेरोजगार ठगा जाएगा.