नई दिल्ली : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जंतर-मंतर पर मुस्लिम विरोधी नारेबाजी को लेकर मोदी सरकार और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोला. ओवैसी ने सवाल किया कि वे लोग कहां हैं जिन्होंने कहा था कि मुसलमानों का डीएनए और हिंदू एक ही है और किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
दिल्ली में इंडियन मुस्लिम इंटेलेक्चुअल्स फोरम द्वारा 'भारतीय मुसलमानों के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक भविष्य' विषय पर आयोजित कार्यक्रम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, अगर कोई मेरे चेहरे पर एक तरफ थप्पड़ मारता है तो मैं कभी भी अपने चेहरे के दूसरी तरफ थप्पड़ मारने की इजाजत नहीं दूंगा. मुझे आत्मरक्षा का भी अधिकार है.
मुस्लिम विरोधी नारेबाजी पर ओवैसी ने कहा कि अगर दिल्ली में कोई ऐसा कह रहा है तो सरकार को शर्म से डूब मरना चाहिए. कहां हैं वो लोग जो कह रहे थे कि मुसलमानों और हिंदुओं का डीएनए एक ही है? क्या यही डीएनए है? साथ ही एआईएमआईएम प्रमुख ने लोगों से कहा कि आगे बढ़ें और किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है और यह सांप्रदायिकता नहीं है बल्कि यह एक फासीवाद है. फासीवाद अपने चरम पर है और हमें इसे समझने की जरूरत है. कोई किसी को थप्पड़ नहीं मार सकता, भारत में जान बचाना मौलिक अधिकार है और हमें राजनीतिक और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाने की जरूरत है.
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि उन्हें यूपी विधानसभा चुनाव में जीत का भरोसा है. उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम का समर्थन करने वालों को यह बात अपने दिमाग से निकाल देनी चाहिए कि वे भाजपा को नहीं हरा सकते.
ओवैसी ने कहा, हम उत्तर प्रदेश में एक गठबंधन का हिस्सा हैं, हम राज्य में अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं. अगर हमें राज्य में अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की आवश्यकता महसूस होती है तो हम भी करेंगे.
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ओवैसी ने उन राजनीतिक दलों पर भी निशाना साधा जो वोटों के ध्रुवीकरण के लिए AIMIM को दोषी ठहराते हैं और कहा कि अगर वे चुनाव में अपने नुकसान के लिए वास्तव में चिंतित हैं तो उन्हें हमारे साथ गठबंधन में काम करना चाहिए.