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पिथौरागढ़ में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर मिली गुमनाम झील, पीएम मोदी के दौरे से पहले पहचान दिलाने का लक्ष्य - पिथौरागढ़ झील

Anonymous lake found Pithoragarh पिथौरागढ़ में भारत-चीन बॉर्डर के पास 18 हजार फीट की ऊंचाई पर एक गुमनाम झील मिली है. 5 सदस्य पर्वातारोही दल ने झील का पता लगाया है. पिथौरागढ़ पर्यटन विभाग अब झील को पहचान दिलाने के लिए जुट गया है.

Pithoragarh Lake
पिथौरागढ़ झील
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 26, 2023, 7:46 PM IST

पिथौरागढ़ (उत्तराखंड): पिथौरागढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले एक नई झील का पता चला है. दारमा घाटी के निवासी द्वारा पिथौरागढ़ में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित खूबसूरत झील को खोजने के बाद झील को पहचान दिलाने के लिए पिथौरागढ़ पर्यटन विभाग ने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. बताया जा रहा है कि पर्वतारोही दल के ट्रेकिंग के दौरान इस नए झील की जानकारी मिली है.

अक्टूबर माह में पीएम मोदी का पिथौरागढ़ दौरा होने की संभावना है. ऐसे में प्रशासन उनके सामने तमाम पर्यटन से जुड़ी जानकारी भी साझा करेगा. इसी क्रम में उत्तराखंड पर्यटन विभाग, पीएम मोदी को नई झील के बारे में भी जानकारी दे सकता है. साथ ही फोटो भी प्रदर्शित कर सकता है. ये झील उत्तराखंड के पिथौड़ागढ़ जिले में बेहद ऊंचाई वाले इलाके में मिली है. खास बात है कि अभी तक इस नई झील के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. ऐसे में प्रशासन के लिए झील अभी गुमनाम है.

जानकारी के मुताबिक, द माउंटेन राइड ग्रुप के 5 सदस्य दल ने ट्रेकिंग के दौरान इस झील की खोज की है. दल में हितेंद्र दताल, सत्यनाराण, जयेंद्र फिरमाल, जगत नाग्याल व एक अन्य सदस्य शामिल थे. ये सभी सदस्य पिथौरागढ़ और ऊंचे स्थानों पर रोजगार करते हैं और शौक के तौर पर ट्रेकिंग करते हैं. दल के सदस्य जयेंद्र फिरमाल ने बताया कि 18 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित एक विशालकाय झील मिली है, जिसका पानी हरा है और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों से घिरी हुई है. सभी सदस्यों ने मिलकर झील को 'नागल फू' नाम दिया. जिसका अर्थ है 'वो गुफा जहां नाग रहते हैं'. हालांकि, अभी ये जानकारी नहीं आई है कि इस ट्रेक पर जाना कितना सुरक्षित है.
ये भी पढ़ेंः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अक्टूबर में पिथौरागढ़ दौरा, ACS राधा रतूड़ी ने ली समीक्षा बैठक

ट्रेक को मिलेगी पहचान: पिथौरागढ़ के जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चंद आर्य की माने तो अभी इस ट्रेक का परीक्षण करवाया जाएगा और देखा जाएगा कि ट्रेक कितना सुरक्षित है. लेकिन ये पिथौरागढ़ के लिए अच्छी खबर है कि एक झील जिसको किसी ने अभी तक नहीं देखा और अब उसकी सभी जानकारी हमारे है. इस ट्रेक को हम आने वाले समय में अच्छा बना सके, इस विषय में भी सोचा जाएगा. साथ ही पीएम मोदी के आने के बाद पिथौरागढ़ में लोगों के आने की संख्या बढ़ते ही अलग-अलग पर्यटक स्थल विकसित किए जाएंगे.

पिथौरागढ़ (उत्तराखंड): पिथौरागढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले एक नई झील का पता चला है. दारमा घाटी के निवासी द्वारा पिथौरागढ़ में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित खूबसूरत झील को खोजने के बाद झील को पहचान दिलाने के लिए पिथौरागढ़ पर्यटन विभाग ने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. बताया जा रहा है कि पर्वतारोही दल के ट्रेकिंग के दौरान इस नए झील की जानकारी मिली है.

अक्टूबर माह में पीएम मोदी का पिथौरागढ़ दौरा होने की संभावना है. ऐसे में प्रशासन उनके सामने तमाम पर्यटन से जुड़ी जानकारी भी साझा करेगा. इसी क्रम में उत्तराखंड पर्यटन विभाग, पीएम मोदी को नई झील के बारे में भी जानकारी दे सकता है. साथ ही फोटो भी प्रदर्शित कर सकता है. ये झील उत्तराखंड के पिथौड़ागढ़ जिले में बेहद ऊंचाई वाले इलाके में मिली है. खास बात है कि अभी तक इस नई झील के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. ऐसे में प्रशासन के लिए झील अभी गुमनाम है.

जानकारी के मुताबिक, द माउंटेन राइड ग्रुप के 5 सदस्य दल ने ट्रेकिंग के दौरान इस झील की खोज की है. दल में हितेंद्र दताल, सत्यनाराण, जयेंद्र फिरमाल, जगत नाग्याल व एक अन्य सदस्य शामिल थे. ये सभी सदस्य पिथौरागढ़ और ऊंचे स्थानों पर रोजगार करते हैं और शौक के तौर पर ट्रेकिंग करते हैं. दल के सदस्य जयेंद्र फिरमाल ने बताया कि 18 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित एक विशालकाय झील मिली है, जिसका पानी हरा है और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों से घिरी हुई है. सभी सदस्यों ने मिलकर झील को 'नागल फू' नाम दिया. जिसका अर्थ है 'वो गुफा जहां नाग रहते हैं'. हालांकि, अभी ये जानकारी नहीं आई है कि इस ट्रेक पर जाना कितना सुरक्षित है.
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ट्रेक को मिलेगी पहचान: पिथौरागढ़ के जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चंद आर्य की माने तो अभी इस ट्रेक का परीक्षण करवाया जाएगा और देखा जाएगा कि ट्रेक कितना सुरक्षित है. लेकिन ये पिथौरागढ़ के लिए अच्छी खबर है कि एक झील जिसको किसी ने अभी तक नहीं देखा और अब उसकी सभी जानकारी हमारे है. इस ट्रेक को हम आने वाले समय में अच्छा बना सके, इस विषय में भी सोचा जाएगा. साथ ही पीएम मोदी के आने के बाद पिथौरागढ़ में लोगों के आने की संख्या बढ़ते ही अलग-अलग पर्यटक स्थल विकसित किए जाएंगे.

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