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अंडमान-निकोबार में भूकंप के झटके, तीव्रता 4.9 मापी गई - earthquake occurred in andaman and nicobar island

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, दोपहर करीब 12:43 बजे अंडमान और निकोबार द्वीप से 108 किमी उत्तर-पूर्व डिगलीपुर में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया.

अंडमान-निकोबार में भूकंप के झटके
अंडमान-निकोबार में भूकंप के झटके
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Published : Sep 2, 2022, 1:25 PM IST

Updated : Sep 2, 2022, 1:55 PM IST

नई दिल्ली: अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में आज दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, दोपहर करीब 12:43 बजे अंडमान और निकोबार द्वीप से 108 किमी उत्तर-पूर्व डिगलीपुर में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया. बता दें, भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी.

जानें क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.

  • An earthquake of magnitude 4.9 occurred 108km north-northeast of Diglipur, Andaman and Nicobar island, at around 12:43 pm today. The depth of the earthquake was 10 km below the ground: National Center for Seismology

    — ANI (@ANI) September 2, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जानिए भूकंप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है. इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है. अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है.

नई दिल्ली: अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में आज दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, दोपहर करीब 12:43 बजे अंडमान और निकोबार द्वीप से 108 किमी उत्तर-पूर्व डिगलीपुर में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया. बता दें, भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी.

जानें क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.

  • An earthquake of magnitude 4.9 occurred 108km north-northeast of Diglipur, Andaman and Nicobar island, at around 12:43 pm today. The depth of the earthquake was 10 km below the ground: National Center for Seismology

    — ANI (@ANI) September 2, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जानिए भूकंप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है. इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है. अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है.

Last Updated : Sep 2, 2022, 1:55 PM IST
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