अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) ने कश्मीरी छात्रों (Kashmiri students) की जानकारी एकत्र करने के लिए जो आदेश जारी किया था, विरोध के बाद तीसरे दिन वापस ले लिया गया है. एएमयू कंट्रोलर ऑफिस (AMU Controller Office) की तरफ से जानकारी देने के लिये जब से पत्र जारी हुआ था तब से कश्मीरी छात्र विरोध जता रहे थे. आदेश जारी होने के बाद पिछले तीन दिनों से कश्मीरी, पूर्वोत्तर भारत और विदेशी छात्राओं की कुल संख्या, नाम, पते के बारे में विवरण देने को लेकर फॉर्म भरवाए जा रहे थे.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की ओर से जारी पत्र. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोसेसर वसीम अली ने बताया कि कंट्रोलर ऑफिस में सहायक नियंत्रक फैसल वारिश के हस्ताक्षर से सभी संकाय के डीन, चेयरमैन के अलावा स्कूलों के प्रिंसिपल को पत्र जारी कर जानकारी मांगी गई थी, उसे वापस ले लिया गया है. अब इसकी आवश्यकता नहीं है. शेष मामले को विश्वविद्यालय के नियमों व पिछले अभ्यास के अनुसार निर्धारित प्रारूप के आधार पर निपटाया जाएगा. उन्होंने बताया कि ब्यौरा मांगने पर कश्मीरी छात्रों में आक्रोश पनप रहा था. इसको देखते हुए असिस्टेंट परीक्षा नियंत्रक फैसल वारिश ने आदेश वापस ले लिया है.गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कश्मीरी छात्र ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल, मणिपुर, असम, मेघालय, मिजोरम के छात्र भी पढ़ते हैं. कुछ दिन पहले कश्मीर छात्रों ने मारपीट को लेकर जिला प्रशासन से शिकायत की थी. कश्मीरी छात्रों ने अपनी सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया था. इस मामले में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की ओर से ट्वीट भी किया था. कश्मीरी छात्र एडीएम सिटी मंजू राणा से मिले थे. इसके साथ ही एएमयू रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान से भी बात की थी. कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट मामले में 2 सदस्य जांच कमेटी गठित की जा चुकी है और 7 दिन के अंदर कमेटी को रिपोर्ट देनी है.
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