पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज रविवार 10 दिसंबर को पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेने पटना पहुंच रहे हैं. पहले तय कार्यक्रम के मुताबिक अमित शाह को बैठक में हिस्सा लेने के बाद लौट जाना था, लेकिन अब बैठक के बाद गृह मंत्री पार्टी के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह के बीच होने वाली मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वहीं, बैठक को लेकर पटना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
तीनों सीएम के बदले ये मंत्री होंगे शामिल: इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे. हालांकि बाकी तीनों राज्यों के सीएम इस मीटिंग में शिरकत नहीं करेंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जगह वित्त राज्यमंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के बदले वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव और ओडिशा के मुख्यमंत्री की बजाय राज्य सरकार के मंत्री तुषार क्रांति बेहरा और प्रदीप कुमार बैठक में शामिल हो रहे हैं. सभी चारों मंत्री पटना पहुंच चुके हैं. दोनों पटना एयरपोर्ट से चाणक्य होटल के लिए रवाना हो गए हैं.
भाजपा के नेताओं से करेंगे मुलाकातः गृह मंत्री अमित शाह 2:00 से लेकर शाम 5:00 बजे तक पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेंगे. उसके बाद एक घंटे तक हाईटी कार्यक्रम होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात भी होगी. इस दौरान राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है. केंद्रीय गृह मंत्री के कार्यक्रम में 1 घंटे की बढ़ोतरी की गयी है. शाम 6:00 बजे से 7:00 तक पटना के स्टेट गेस्ट हाउस में भाजपा के नेताओं के साथ उनकी मुलाकात होगी.
तीन राज्यों में मिली जीत से उत्साहितः बताया जा रहा है कि प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ मुलाकात के दौरान भविष्य की रणनीतियों को लेकर चर्चा की जाएगी. राजस्थान, मध्यप्रेदश और छत्तीसगढ़ में मिली जीत के बाद अमित शाह बिहार के नेताओं में ऊर्जा भरेंगे. भाजपा के राज्यस्तरीय नेताओं को तीन राज्यों में मिली जीत का मंत्र देंगे. बता दें कि तीन राज्यों में भाजपा को जो जीत मिली है उसकी रणनीति अमित शाह के नेतृत्व में ही तैयार की गयी थी. भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद गृह मंत्री 7:20 पर पटना एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
अमित शाह के निशाने पर बिहारः बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अमित शाह बिहार को साधने की जिम्मेदारी उठाये हुए हैं. जदयू से अलग होने के बाद वह 6 बार बिहार आ चुके हैं. 5 नवंबर को मुजफ्फरपुर दौरे पर आये थे. मुजफ्फरपुर से अमित शाह ने एक तीर से कई निशान साधने का प्रयास किया था. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में बताया तो बिहार सरकार की आलोचना की थी.
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