नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने का विश्वास व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा विकास के आधार पर अगले पांच वर्षों में राज्य को समृद्ध बनाने के लिए जनादेश मांग रही है. त्रिपुरा में संभावित त्रिशंकु विधानसभा के बारे में सवालों के जवाब में अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा में निर्वाचन क्षेत्र छोटे हैं और 'आप देखेंगे कि मतगणना के दिन दोपहर 12 बजे से पहले, भाजपा बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी होगी.
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले चुनाव में भाजपा का 'चलो पलटाई' नारा राज्य में सत्ता में आने के लिए नहीं बल्कि त्रिपुरा में स्थिति को बदलने के लिए नारा था. भाजपा ने 2018 में 1978 से 35 वर्षों तक त्रिपुरा पर शासन करने वाली वाम मोर्चा सरकार को हटाकर एक रिकॉर्ड बनाया. राज्य में 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होगा.
बीजेपी 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) बाकी पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है. शाह ने कहा कि कांग्रेस और माकपा के हाथ मिलाने से पता चलता है कि वे अपने दम पर भाजपा को हराने की स्थिति में नहीं हैं और पार्टी के लिए यह बहुत अच्छी स्थिति है.
शाह ने कहा कि हम अपनी सीटें बढ़ाएंगे और त्रिपुरा में अपना वोट शेयर भी बढ़ाएंगे. कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी एक साथ आए हैं, क्योंकि उन्होंने स्वीकार किया है कि वे अकेले बीजेपी को नहीं हरा सकते. हम राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे.
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आदिवासी समुदाय को लेकर कही ये बात: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आदिवासी समुदाय अब विकास का अनुभव कर रहे हैं. आज हमारे पास देश का पहला आदिवासी राष्ट्रपति है. गरीब परिवारों को दिए जा रहे लाभ को बिना किसी भेदभाव के आदिवासी समुदाय तक भी पहुंचाया जा रहा है. अमित शाह ने कहा कि, उन्हें पता चलता है कि उन्हें (आदिवासी) पहले गुमराह किया गया था.