कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने आज के ही दिन शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा आज 23 मार्च यानि शहीद दिवस है. आज के ही दिन शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने हंसते हंसते फांसी का फंदा चूमकर, अपने प्राणों की आहुति मां भारती को स्वतंत्र करने के लिए दी थी. मैं तीनों हुतात्माओं को श्रद्धांजलि देता हूं.
इसके बाद उन्होंने सत्तारूढ़ तृणमूल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अंफान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि भेजी, लेकिन यहां के लोगों को कुछ नहीं मिला. भतीजा एंड कंपनी ये पैसा खा गई. भाजपा सरकार आने के बाद एसआईटी बनाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
शाह का कार्यक्रम दक्षिण 24 परगना के गोसाबा क्षेत्र में आयोजित किया गया है. उन्होंने कहा कि गोसाबा क्षेत्र में आज भी आधारभूत सुविधाएं नहीं हैं, भाजपा सरकार बनने के बाद हर घर में पीने का स्वच्छ पानी पहुंचाया जाएगा. अगले पांच साल में 2 लाख करोड़ रुपये गांवों के विकास के लिए दिया जाएगा, जिसका बड़ा फायदा गोसाबा क्षेत्र को होगा. जो योजना मोदी जी मछुआरों के कल्याण के लिए यहां भेजते हैं, उसे दीदी आप तक नहीं पहुंचने देती. हमने तय किया है कि 1,500 करोड़ रुपये की योजना जो मोदी जी ने भेजी है, वो भाजपा की सरकार बनने के बाद हम यहां लागू करेंगे.
उन्होंने कहा, भाजपा ने देश में जहां जो-जो वादा किया, वो वादा पूरा किया है. हर गरीब के घर में शौचालय, बिजली, गैस का सिलेंडर पहुंचाया है. लेकिन दीदी ने अपने पिछले घोषणा पत्र में 282 वादे किए थे, उसमें से 82 वादे भी पूरे नहीं किए.
ममता पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के विकास के लिए 115 स्कीम बनाई हैं. ममता दीदी ने गरीबों को लूटने के लिए 115 स्कैम बनाएं हैं. गरीबों के हक का पैसा कट मनी वाले ले जाते है. इसे बंद करने का काम भाजपा की सरकार करेगी.
2016 के चुनाव में दीदी मल्टीपल इंटीग्रेटेड फिशरीज जोन बनाने वाली थी. लेकिन वो आज तक बना ही नहीं. दीदी ने कहा था कि सुंदरवन को हम जिला बनाएंगे, लेकिन ये काम भी आज तक नहीं हुआ. भाजपा का मुख्यमंत्री बनते ही एक ही साल में हम सुंदरवन को जिला बनाने का काम कर देंगे.
उन्होंने दो पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की. शाह ने कहा, हम नॉबेल पुरस्कार के तौर पर टैगोर पुरस्कार और ऑस्कर के तौर पर सत्यजीत रे पुरस्कार बनाकर बंगाल के दो महान सपूतों को बड़ी श्रद्धांजलि देने वाले हैं. कलकत्ता को सांस्कृतिक राजधानी बनाने के लिए 11,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.