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Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ तीर्थयात्रियों का फर्जी रजिस्ट्रेशन करने वाले रैकेट का भंडाफोड़, FIR दर्ज - Radio Frequency Identification

अमरनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है. इस बीच जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों को फर्जी पंजीकरण पर्ची जारी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में पुलिस स्टेशन सांबा में आईपीसी की धारा 420/468 के तहत एफआईआर दर्ज की है.

Amarnath Yatra 2023
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Published : Jun 30, 2023, 12:07 PM IST

सांबा: जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने गुरुवार को अमरनाथ तीर्थयात्रियों को फर्जी पंजीकरण पर्ची जारी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया. एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से श्रद्धालुओं को लेकर दो बसें यहां पहुंचीं. अधिकारी ने बताया कि जब 68 अमरनाथ तीर्थयात्रियों को लेकर बस ई-केवाईसी सत्यापन और आरएफआईडी कार्ड जारी करने के लिए श्री चीची माता मंदिर सांबा पहुंची, तब धोखाधड़ी का पता चला.

उन्होंने बताया कि जिला सूचना विज्ञान अधिकारी के नेतृत्व में जिला सांबा की ई-केवाईसी टीम द्वारा सत्यापन करने पर पाया गया कि अधिकांश तीर्थयात्रियों के यात्रा परमिट के साथ छेड़छाड़ की गई थी. र्थयात्रियों और ड्राइवरों से आगे पूछताछ करने पर पता चला कि इन यात्रियों को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से संचालित होने वाली विकास बस सेवा के एजेंट राहुल भारद्वाज से प्रति व्यक्ति 7000 रुपये के बदले परमिट मिला था.

सांबा के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक शर्मा और एसएसपी बेनाम तोश की देखरेख में प्रशासन तुरंत हरकत में आया और पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया. इस मामले में पुलिस स्टेशन सांबा में आईपीसी की धारा 420/468 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. जिला मजिस्ट्रेट मुजफ्फरनगर से इन भोले-भाले तीर्थयात्रियों को धोखा देने के लिए जिम्मेदार राहुल भारद्वाज और अन्य लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का भी अनुरोध किया गया है, ताकि कोई भी निर्दोष तीर्थयात्री इस प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार न हो.

ये भी पढ़ें-

अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी कार्ड (Radio Frequency Identification) प्राप्त करने में सहायता की जाएगी, जो नए पंजीकरण के बाद जारी किए जाएंगे. सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे आरएफआईडी काउंटरों पर उचित ई-केवाईसी सत्यापन के लिए अपने आधार कार्ड के साथ-साथ अपने प्रामाणिक यात्रा परमिट भी रखें. सभी यात्रियों से यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे यात्रा के दौरान आरएफआईडी कार्ड अपने साथ रखें.
(अतिरिक्त एजेंसी इनपुट)

सांबा: जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने गुरुवार को अमरनाथ तीर्थयात्रियों को फर्जी पंजीकरण पर्ची जारी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया. एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से श्रद्धालुओं को लेकर दो बसें यहां पहुंचीं. अधिकारी ने बताया कि जब 68 अमरनाथ तीर्थयात्रियों को लेकर बस ई-केवाईसी सत्यापन और आरएफआईडी कार्ड जारी करने के लिए श्री चीची माता मंदिर सांबा पहुंची, तब धोखाधड़ी का पता चला.

उन्होंने बताया कि जिला सूचना विज्ञान अधिकारी के नेतृत्व में जिला सांबा की ई-केवाईसी टीम द्वारा सत्यापन करने पर पाया गया कि अधिकांश तीर्थयात्रियों के यात्रा परमिट के साथ छेड़छाड़ की गई थी. र्थयात्रियों और ड्राइवरों से आगे पूछताछ करने पर पता चला कि इन यात्रियों को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से संचालित होने वाली विकास बस सेवा के एजेंट राहुल भारद्वाज से प्रति व्यक्ति 7000 रुपये के बदले परमिट मिला था.

सांबा के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक शर्मा और एसएसपी बेनाम तोश की देखरेख में प्रशासन तुरंत हरकत में आया और पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया. इस मामले में पुलिस स्टेशन सांबा में आईपीसी की धारा 420/468 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. जिला मजिस्ट्रेट मुजफ्फरनगर से इन भोले-भाले तीर्थयात्रियों को धोखा देने के लिए जिम्मेदार राहुल भारद्वाज और अन्य लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का भी अनुरोध किया गया है, ताकि कोई भी निर्दोष तीर्थयात्री इस प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार न हो.

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अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी कार्ड (Radio Frequency Identification) प्राप्त करने में सहायता की जाएगी, जो नए पंजीकरण के बाद जारी किए जाएंगे. सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे आरएफआईडी काउंटरों पर उचित ई-केवाईसी सत्यापन के लिए अपने आधार कार्ड के साथ-साथ अपने प्रामाणिक यात्रा परमिट भी रखें. सभी यात्रियों से यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे यात्रा के दौरान आरएफआईडी कार्ड अपने साथ रखें.
(अतिरिक्त एजेंसी इनपुट)

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