पोकरण (जैसलमेर). जिले में ALS 50 ड्रोन सिस्टम का परीक्षण गुरुवार (ALS 50 Drone System test in Pokaran) को किया गया. जानकारी के अनुसार टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड की ओर से इस एएलएस 50 का पहली बार जैसलमेर जिले की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में परीक्षण किया गया. परीक्षण में इसके हमला करने की क्षमता को परखा गया. ALS 50 नाम के इस ड्रोन सिस्टम ने परीक्षण के दौरान जमीन पर सटीक निशाना लगाकर अपनी क्षमता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया.
ALS 50 ड्रोन सिस्टम को टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड की ओर से स्वदेशी तकनीक के साथ विकसित (Tata Advance Systems Limited tested ALS 50) किया है. इसके साथ ही यह ALS 50 ड्रोन काफी लंबी दूरी तक उड़ान भरने के साथ ही दुश्मन के ठिकानों को ढूंढकर उनपर फायर कर नेस्तनाबूद करने में सक्षम है. इसका प्रयोग संकरी घाटियों, पहाड़ों, जंगलों जैसी सीमित जगहों पर आसानी से किया जा सकता है.
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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस प्रणाली को वर्टिकल टेक ऑफ एंड लैंडिंग (वीटीओएल) के लिए भी डिज़ाइन किया गया है और जल्द ही सशस्त्र बलों में भी इसे शामिल किया जाएगा. सशस्त्र बलों की आवश्यकता के अनुसार इसे अपग्रेड भी किया जा सकता है. जानकारी के अनुसार टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड (TASL) में युवा इंजीनियरों की एक टीम की ओर से इसे विकसित किया गया है.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया के तहत इस स्वदेशी ALS 50 ड्रोन सिस्टम को विकसित किया गया है. पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज (Pokaran Field Firing Range in Jaisalmer) में सबसे पहले इसका परीक्षण इस साल की शुरुआत में लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में किया गया था. परीक्षण के दौरान इसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों से संचालित कर क्षमता का परीक्षण किया गया था.