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गजब : पुलिस ने जिस थाने में दर्ज किया केस, वो थाना ही नहीं, कोर्ट ने दारोगा को किया तलब

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बिजनौर कोतवाली में तैनात दारोगा अमित कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता के अनुसार, अमरोहा जिले के जिस थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था, वहां कोई पुलिस थाना ही नहीं है. उन्होंने गलत जानकारी देकर कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश क्यों की.

इलाहाबाद हाईकोर्ट
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Published : Jul 5, 2021, 3:33 PM IST

Updated : Jul 5, 2021, 4:32 PM IST

प्रयागराज : इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बिजनौर कोतवाली में तैनात दारोगा अमित कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने पूछा है, कि उन्होंने गलत जानकारी देकर कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश क्यों की. दारोगा को आठ जुलाई को स्पष्टीकरण के साथ शासकीय अधिवक्ता कार्यालय में मौजूद रहने का आदेश भी दिया गया है.

इस केस में पुलिस के ऐसे स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का खुलासा हुआ है, जो झूठे मुकदमों में निर्दोष लोगों को फंसाकर परेशान करता है. वहीं मुनव्वर पर कपट, धोखाधड़ी, गिरोहबंद कानून के तहत केस दर्ज किया गया था, ने जमानत अर्जी दाखिल की. कोर्ट को अपर शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि, याची के खिलाफ अमरोहा जिले में अकबराबाद थाने में केस दर्ज है. जिस पर न्यायमूर्ति जे. जे. मुनीर ने अपर शासकीय अधिवक्ता से इस संबंध में पूरक जवाबी हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा, तो हलफनामे में कहा गया कि याची के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं है.

इसे भी पढ़ें- सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ दर्ज मुकदमे हैरान करने वाले : सुप्रीम कोर्ट

जब कि याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता का कहना था कि अमरोहा जिले में अकबराबाद नाम का कोई पुलिस थाना ही नहीं है. इस तथ्य को अपर शासकीय अधिवक्ता ने भी स्वीकार किया. इस पर कोर्ट ने उनसे पूछा कि 25 जून को किस पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी थी कि याची के खिलाफ अकबराबाद थाने में गैंग्स्टर एक्ट का केस दर्ज है. उन्होंने बताया कि बिजनौर की कोतवाली में तैनात दारोगा अमित कुमार ने यह जानकारी दी थी.

जिस पर कोर्ट ने दारोगा अमित कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही उनसे स्पष्टीकरण मांगा है कि उन्होंने कोर्ट को गलत जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश क्यों की. आठ जुलाई तक जवाब देने के लिए कहा गया है. कोर्ट ने एसपी बिजनौर को आदेश दिया है कि नोटिस अमित कुमार को प्राप्त कराएं.

प्रयागराज : इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बिजनौर कोतवाली में तैनात दारोगा अमित कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने पूछा है, कि उन्होंने गलत जानकारी देकर कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश क्यों की. दारोगा को आठ जुलाई को स्पष्टीकरण के साथ शासकीय अधिवक्ता कार्यालय में मौजूद रहने का आदेश भी दिया गया है.

इस केस में पुलिस के ऐसे स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का खुलासा हुआ है, जो झूठे मुकदमों में निर्दोष लोगों को फंसाकर परेशान करता है. वहीं मुनव्वर पर कपट, धोखाधड़ी, गिरोहबंद कानून के तहत केस दर्ज किया गया था, ने जमानत अर्जी दाखिल की. कोर्ट को अपर शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि, याची के खिलाफ अमरोहा जिले में अकबराबाद थाने में केस दर्ज है. जिस पर न्यायमूर्ति जे. जे. मुनीर ने अपर शासकीय अधिवक्ता से इस संबंध में पूरक जवाबी हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा, तो हलफनामे में कहा गया कि याची के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं है.

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जब कि याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता का कहना था कि अमरोहा जिले में अकबराबाद नाम का कोई पुलिस थाना ही नहीं है. इस तथ्य को अपर शासकीय अधिवक्ता ने भी स्वीकार किया. इस पर कोर्ट ने उनसे पूछा कि 25 जून को किस पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी थी कि याची के खिलाफ अकबराबाद थाने में गैंग्स्टर एक्ट का केस दर्ज है. उन्होंने बताया कि बिजनौर की कोतवाली में तैनात दारोगा अमित कुमार ने यह जानकारी दी थी.

जिस पर कोर्ट ने दारोगा अमित कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही उनसे स्पष्टीकरण मांगा है कि उन्होंने कोर्ट को गलत जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश क्यों की. आठ जुलाई तक जवाब देने के लिए कहा गया है. कोर्ट ने एसपी बिजनौर को आदेश दिया है कि नोटिस अमित कुमार को प्राप्त कराएं.

Last Updated : Jul 5, 2021, 4:32 PM IST
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